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विकासनगर: 12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर भोजन माताएं, जानिए क्या हैं मांग

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Published : Jan 14, 2020, 8:45 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 9:04 PM IST

उत्तराखंड भोजन माता संगठन बीते 12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहा है. संगठन की मांग है कि सरकार भोजन माताओं का मानदेय 3000 से बढ़ाकर 8000 रुपये प्रति माह करें.

Uttarakhand bhojan Mata Organization News
अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन

विकासनगर: उत्तराखंड भोजन माता संगठन अपनी मांगों को लेकर विकास नगर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में बीते 12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटी हुई हैं. भोजन माताओं की मांग है कि सरकार भोजन माताओं का मानदेय 3000 से बढ़ाकर 8000 रुपये प्रति माह किया जाए.

भोजन माता संगठन प्रदेश अध्यक्ष ऊषा देवी ने कहा कि बीते कई सालों से भोजन माताएं स्कूलों में मात्र 3000 रुपये के मानदेय पर भोजन बना रही हैं. जबकि, इतनी कम राशि में घर का खर्च चलाना बहुत मुश्किल है. साथ ही सरकार को अक्षय पात्र फाउंडेशन से आच्छादित स्कूलों से भोजन माताओं को नहीं हटाना चाहिए. उन्होंने बताया कि हमारी मांग है कि सरकार को भोजन माताओं का मानदेय 3000 रुपये से बढ़ाकर 8000 रुपये करना चाहिए.

12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटी हैं भोजन माताएं.

ये भी पढ़ें: डिप्टी कमिश्नर ने किया तहसील का निरीक्षण, लंबित वादों को निपटाने के दिए आदेश

भोजन माता बिट्टौ देवी ने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन को विभिन्न विद्यालयों में मिड-डे मील योजना संचालित करने के लिए सरकार द्वारा अधिकृत किया है. ऐसे में हमारी मांग है कि पहले से कार्यरत भोजन माताओं को विद्यालयों से ना हटाकर उन्हें कार्य लिखित रूप में दिए जाए.

विकासनगर: उत्तराखंड भोजन माता संगठन अपनी मांगों को लेकर विकास नगर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में बीते 12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटी हुई हैं. भोजन माताओं की मांग है कि सरकार भोजन माताओं का मानदेय 3000 से बढ़ाकर 8000 रुपये प्रति माह किया जाए.

भोजन माता संगठन प्रदेश अध्यक्ष ऊषा देवी ने कहा कि बीते कई सालों से भोजन माताएं स्कूलों में मात्र 3000 रुपये के मानदेय पर भोजन बना रही हैं. जबकि, इतनी कम राशि में घर का खर्च चलाना बहुत मुश्किल है. साथ ही सरकार को अक्षय पात्र फाउंडेशन से आच्छादित स्कूलों से भोजन माताओं को नहीं हटाना चाहिए. उन्होंने बताया कि हमारी मांग है कि सरकार को भोजन माताओं का मानदेय 3000 रुपये से बढ़ाकर 8000 रुपये करना चाहिए.

12 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटी हैं भोजन माताएं.

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भोजन माता बिट्टौ देवी ने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन को विभिन्न विद्यालयों में मिड-डे मील योजना संचालित करने के लिए सरकार द्वारा अधिकृत किया है. ऐसे में हमारी मांग है कि पहले से कार्यरत भोजन माताओं को विद्यालयों से ना हटाकर उन्हें कार्य लिखित रूप में दिए जाए.

Intro:विकासनगर _उत्तराखंड भोजन माता संगठन अपनी मांगों को लेकर विकास नगर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में 12 दिनों से दिन रात अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटी हुई है


Body:उत्तराखंड भोजन माता संगठन ने अपनी मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से विकासनगर के उप खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के परिसर में अपनी मांगों को लेकर बैठी हुई है भोजन माताओं ने कहा कि बीते कई सालों से स्कूलों में मात्र ₹3000 के मानदेय पर स्कूलों में मध्यान्ह भोजन पका रही है जबकि इतनी कम राशि में घर का खर्च चलाना बहुत मुश्किल काम है भोजन माताओं मैं सरकार से मानदेय बढ़ाकर ₹8000 करने की मांग की ताकि भोजन माताओं को भविष्य की चिंता ना सताए इसके लिए सरकार को अक्षय पात्र फाउंडेशन से आच्छादित स्कूलों से भोजन माताओं को नहीं हटाना चाहिए .


Conclusion:भोजन माता संगठन प्रदेश अध्यक्ष उषा देवी ने कहा कि सरकार भोजन माताओं का मानदेय बढ़ाकर 3000 से 8000 करना चाहिए
भोजन माता बिट्टौ देवी ने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन को विभिन्न विद्यालयों में मिड डे मील योजना संचालित करने के लिए सरकार द्वारा अधिकृत किया है कहा भोजन माताओं को विद्यालयों से ना हटाकर उन्हें उनके कार्य के लिए लिखित रूप में बताया जाए कि उनका कार्य क्या होगा
बाइट_ उषा देवी_ प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड भोजन माता संगठन
बाइट_ बिट्टू देवी _महामंत्री
Last Updated : Jan 14, 2020, 9:04 PM IST
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