हरिद्वार/बागेश्वर/डोईवाला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य कुछ सरकारी स्कूल के बच्चों ने किया. जनपद के ऋषिकुल मैदान से रानीपुर मोड़ तक बच्चों द्वारा एक जागरुकता रैली निकाली गई. बच्चों ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य किया.
बता दें कि ऋषिकुल मैदान से रानीपुर मोड़ तक इस रैली का आयोजन किया गया. खास बात यह रही कि इसमें 4 साल के उम्र से लेकर 10 साल तक के उम्र के बच्चों ने रैली निकाली. रैली में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए तख्तियों पर अलग-अलग स्लोगन लिखे गए हैं. इस रैली की मुख्य आयोजिका नीतू वर्मा ने बताया कि कई जगह बेटियों को आज भी पढ़ाया नहीं जाता है. जिसको ध्यान में रख कर ही ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए यह रैली बच्चों के साथ मिलकर निकाली गई है.
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वहीं, बागेश्वर जनपद में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के पांच साल पूरे होने पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जनपद के जनप्रतितिधियों, वरिष्ठ नागरिकों, स्वंय सेवी सहायता समूह के जुडे़ प्रतिनिधियों एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया.
बता दें कि कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़़ाओ योजना भारत सरकार एवं राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है. जिसके माध्यम से बेटियों को सशक्त बनाते हुए उन्हें समानता का अवसर प्रदान कराना है. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि एक जागरूक एवं प्रगतिशील नागरिक होने के नाते हम सब का कर्तव्य बनता है, कि हम समाजिक बुराईयों का न केवल बहिष्कार व विरोध करें बल्कि उनको समाप्त करने में भी अपना अप्रत्यक्ष सहयोग प्रदान करें. उन्होंने कहा कि जब तक हम लोग अपने व्यवहार व सोच में परिवर्तन नहीं लाएंगे तब तक इसका स्थायी समाधान नहीं हो सकता.
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इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राजेंद्र बिष्ट ने योजना के बारे में स्लाइड शो के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत जनपद में विभाग द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम किए जा रहे हैं. जिसमें असहाय बालिकाओं को एक हजार प्रतिमाह प्रति छात्रा, मेधावी छात्राओं को प्रति छात्रा ढाई हजार की धनराशि और गरीब बालिकाओं को शिक्षा हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से ट्रैकसूट बैग और जूते आदि वितरित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन जगह-जगह कैंप और कार्यशालाओं का आयोजन कर रही है. जिससे सभी जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ मिल सके.
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वहीं, डोईवाला में 24 जनवरी राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में डोईवाला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें डोईवाला ब्लॉक में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. वहीं, ग्रामीण स्तर पर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. महिला एवं बाल विकास अधिकारी अंजू डबराल ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत ग्राम स्तर ब्लॉक स्तर तहसील स्तर और जिला स्तर पर एक सप्ताह का जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
अंजू डबराल ने बताया कि इस अभियान के तहत ग्राम स्तर पर महिलाओं को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है. बेटियों को बेटों के बजाय अधिक प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है. जबकि, बेटियां हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं. उन्होंने बताया कि 20 से 26 जनवरी तक ग्रामीण क्षेत्रों में गोष्ठियां करके जागरूक करने का काम किया जाएगा.