देहरादून: बदरी केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्य अधिकारी बीडी सिंह की प्रतिनियुक्ति खत्म करने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि बीडी सिंह एक आईएफएस अधिकारी हैं और पिछले 10 साल से भी ज्यादा समय से मंदिर समिति में प्रतिनियुक्ति पर हैं.
उत्तराखंड वन विभाग में आईएफएस अधिकारियों को लेकर एक के बाद एक फैसले लिए जा रहे हैं. नई सरकार के गठन के बाद जहां दो आईएफएस अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश हो चुके हैं. वहीं, एक आईएफएस अधिकारी को मुख्यालय में भी अटैच किया गया है. उधर, अब प्रतिनियुक्ति के मामले पर एक और आईएफएस अधिकारी को लेकर जल्द फैसला होने जा रहा है.
मामला बदरी केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्य अधिकारी बीडी सिंह से जुड़ा है. बीडी सिंह पिछले 10 साल से भी ज्यादा समय से मंदिर समिति में प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन अब नई सरकार के गठन के बाद अचानक उनकी प्रतिनियुक्ति खत्म करने की तरफ कदम बढ़ाया गया है. हालांकि, बीडी सिंह का निजी रूप से भी धार्मिक जुड़ाव रहा है और उनका व्यावहारिक पक्ष भी बेहद मजबूत है.
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वहीं, बीडी सिंह के खिलाफ कुछ शिकायतें भी मिली हैं, जिसके बाद कुछ मामलों में जांच के भी आदेश दिए गए थे. ऐसे में अब वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा बीडी सिंह को वन विभाग में वापस लाने का फैसला ले लिया गया है. जल्द ही इस पर औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी.
जाहिर है कि वन मंत्री के इस फैसले के बाद बीडी सिंह का वन विभाग में वापस आना तय है, लेकिन कुछ लोग मानते हैं कि बीडी सिंह राजनीति के शिकार होने जा रहे हैं. बीडी सिंह ने इस पद पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकारों में काम किया है, लेकिन कुछ राजनीतिक कारणों से उनकी प्रतिनियुक्ति पर विचार किया जा रहा है. हालांकि, यह भी सच है कि इतने लंबे समय तक प्रतिनियुक्ति पर उनका रहना भी सवालों के घेरे में रहा है, जिसके लिए बीडी सिंह से जुड़े लोग उनके धार्मिक जुड़ाव को वजह मानते हैं.