देहरादून: रायपुर क्षेत्र के अस्कोट ग्राम सभा में आज ग्रामीणों ने 120 सदस्यों को परिवार के रूप में अपना लिया. खास बात ये है सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने हरेला के मौके पर सुबह ही प्रधान और ग्रामीणों को वृक्ष गोद लेने का सुझाव दिया था जिसे ग्राम सभा ने मान लिया है.
हरेला के मौके पर यूं तो लाखों पेड़ लगाए गए हैं, लेकिन रायपुर विधानसभा की एक ग्राम सभा ने न केवल पौधों को रोपा है, बल्कि इनके संरक्षण की भी जिम्मेदारी ली है. अस्कोट ग्राम सभा में आज लगाये गए 120 पौधों को न तो जानवरों का खतरा रहेगा और न ही पानी, खाद की कमी होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि खुद ग्राम सभा के ग्रामीण इन 120 पौधे को अपने परिवार का सदस्य बना चुके हैं.
बता दें कि आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानों को संदेश देते हुए वृक्षों को गोद लेने का सुझाव दिया था. जिसके बाद सबसे पहले अस्कोट ग्राम सभा ने ही सीएम के इस सुझाव को मानते हुए ग्राम सभा द्वारा लगाए गए वृक्षों की पूरी जिम्मेदारी लेने की हामी भरी है.
पढ़ें: विदेशी छात्रों से मारपीट का मामला, NSUI ने कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ किया प्रदर्शन
ग्राम सभा की प्रधान आरती खन्ना बताती हैं कि हरेला के मौके पर ग्राम सभा की तरफ से 120 पौधे लगाए गए. अब इन सभी वृक्षों की जिम्मेदारी उनकी तरफ से ली गई है. ग्राम सभा के लोग ही अब इन पौधों के रखरखाव और जानवरों से बचाव की के लिए काम करेंगे. उधर 200 से ज्यादा लगाए गए पौधों की पूरी जिम्मेदारी धाद संस्था द्वारा ली गई है.