मसूरी: खटारा बसों के संचालन एवं लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों और मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने उत्तराखंड परिवहन निगम के मसूरी के टिकट घर और कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस मौके पर परिवहन निगम और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर मसूरी कांग्रेस, मसूरी भवन निर्माण मजदूर संघ सहित कई अन्य संस्थाओं ने धरना प्रदर्शन में प्रतिभाग कर सरकार और परिवहन निगम के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. इस मौके पर मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के साथ अन्य लोगों ने मसूरी में संचालित हो रही उत्तराखंड परिवहन की पुरानी बसों को हटाकर नई बसें संचालित करने की मांग की है.
इसके साथ ही बसों में अनुभवी चालक एवं परिचालक की नियुक्ति करने की मांग की गई है. बसों की तेज गति पर रोक लगाए जाने की भी मांग की गई. मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा मसूरी देहरादून मार्ग पर संचालित की जा रही बसों की हालत खस्ता है. आए दिन बसें बीच सड़क पर खराब हो जाती हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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कई बार बसों के ब्रेक फेल और तकनीकी खामी आने से बड़े एक्सीडेंट होते-होते बचे हैं. हाल ही में एक बस चालक की लापरवाही के कारण बस खाई में गिर गई थी. इस हादसे में दो लोगों की मौत हुई और 38 यात्री घायल हो गए थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस लापरवाही से परिवहन निगम के चालक और परिचालक काम कर रहे हैं, वह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर जल्द मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वह मसूरी के उत्तराखंड परिवहन कार्यालय में उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे और चक्का जाम करेंगे.
स्थानीय लोगों ने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम की बस मसूरी के झड़ीपानी और बार्लाेगंज से होते हुए जाएं, जिससे कि मसूरी के स्थानीय लोगों को आवागमन को लेकर किसी प्रकार कर दिक्कत ना हो. वहीं मसूरी से पूरे उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों तक बस सेवा उपलब्ध कराई जाए.