देहरादूनः एक बार फिर से आंगनबाड़ी वर्कर और सेविकाएं सरकार के खिलाफ मुखर हो गई हैं. आज देहरादून में आंगनबाड़ी वर्करों ने 18 हजार रुपए मानदेय समेत अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रोके जाने से आक्रोशित आंगनबाड़ी वर्करों ने सड़क पर ही धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया.
![Anganwadi Worker Protest Dehradun](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/25-09-2023/ukdehanganbaiyokacmavaskoochvisuk10004_25092023151422_2509f_1695635062_659.jpg)
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेविका मिनी कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों ने अपनी समस्याओं को लेकर तमाम मंत्रियों से लेकर विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अभी तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो पायी हैं. ऐसे में अब उनके सब्र का बांध टूट गया है. आज उन्होंने मुख्यमंत्री आवास कूच करने का निर्णय लिया. वे सीएम आवास कूच करने के लिए निकलीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
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रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र का मेनू (Food Menu) फाइव स्टार होटल जैसा है. मटर, झंगोरा, दाल, सब्जियों आदि की कीमतें आसमान छू रही हैं. ऐसे में कोई भी आंगनबाड़ी वर्कर इतनी सक्षम नहीं है कि वो इस व्यवस्था को चला पाए. उनका कहना है कि इन तमाम समस्याओं का हल निकालते हुए सरकार को मेनू में बदलाव करना चाहिए.
उन्होंने ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर की सुपरवाइजर पदों पर पदोन्नति होने में काफी लंबा समय लग चुका है. कुछ बहनें तो रिटायर हो चुकी हैं. इसलिए आंगनबाड़ी वर्करों की सुपरवाइजर के पदों पर जल्द से जल्द पदोन्नति की जाए. इसके अलावा आंगनबाड़ी वर्करों का कहना है कि सीनियरिटी के आधार पर मानदेय बढ़ोत्तरी और पदोन्नति की जानी चाहिए. पदोन्नति होने पर इस केंद्र की सहायिका को वरीयता दी जानी चाहिए.
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