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मसूरी: स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह का भव्य आयोजन, इतिहास से कराया रूबरू

मसूरी के महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया.

Amrit Mahotsav
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Published : Dec 17, 2021, 7:32 AM IST

मसूरी: महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मसूरी में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी निधि बहुगुणा ने दीप प्रज्वलन पुष्पार्धन कर शुभारंभ किया. साथ ही भारत की सेना के पराक्रम के बारे में बच्चों को बताया.

इस दौरान निधि बहुगुणा ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को हम स्वतंत्र तो हुए लेकिन पूर्ण रूप से स्वतंत्रता हमें बहुत देर बाद प्राप्त हुई. उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से भारत की उन सीमाओं को मानचित्र पर दिखाया जो विदेशी शक्तियों के अधीन थी. उन्होंने 1962, 1965, 1971 में हुए युद्धों के विषय में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना के साहस, शौर्य और बलिदान को नहीं भूलना चाहिए.

पढ़ें: हवा-हवाई तो नहीं CM धामी की घोषणाएं, 1090 में मात्र 163 के ही शासनादेश जारी, RTI से खुलासा

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वर्ग संघ मसूरी नगर के नगर बौद्धिक प्रमुख अनुज तायल ने विचार रखें. कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वर्गक संघ मसूरी नगर कार्यवाह सुमन नौटियाल ने किया. कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि देश को आजादी दिलाने में जिन महापुरुषों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, उन्हें नहीं भूलना चाहिए, जिस पर हमारी एकता अखंडता की नींव टिकी है.

मसूरी: महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मसूरी में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव एवं विजय दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी निधि बहुगुणा ने दीप प्रज्वलन पुष्पार्धन कर शुभारंभ किया. साथ ही भारत की सेना के पराक्रम के बारे में बच्चों को बताया.

इस दौरान निधि बहुगुणा ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को हम स्वतंत्र तो हुए लेकिन पूर्ण रूप से स्वतंत्रता हमें बहुत देर बाद प्राप्त हुई. उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से भारत की उन सीमाओं को मानचित्र पर दिखाया जो विदेशी शक्तियों के अधीन थी. उन्होंने 1962, 1965, 1971 में हुए युद्धों के विषय में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना के साहस, शौर्य और बलिदान को नहीं भूलना चाहिए.

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इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वर्ग संघ मसूरी नगर के नगर बौद्धिक प्रमुख अनुज तायल ने विचार रखें. कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वर्गक संघ मसूरी नगर कार्यवाह सुमन नौटियाल ने किया. कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि देश को आजादी दिलाने में जिन महापुरुषों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, उन्हें नहीं भूलना चाहिए, जिस पर हमारी एकता अखंडता की नींव टिकी है.

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