देहरादून: कोरोना संकट के बीच उत्तराखंड पुलिस हरिद्वार महाकुंभ-2021 की तैयारियों में जुट गई है. कोविड-19 महामारी के बीच उत्तराखंड सरकार ने हिन्दू आस्था का केंद्र माने जाने वाली कांवड़ यात्रा रद्द कर दिया है, लेकिन सरकार कोरोना संकट के बीच हरिद्वार महाकुंभ की तैयारियों में जुट गई है.
कोरोना संकट के बीच महाकुंभ को लेकर डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी की अध्यक्षता में पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक हुई. बैठक में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और हेल्थ सेफ्टी प्लान पर फोकस किया गया. इस बार हरिद्वार महाकुंभ में सुरक्षा-व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं को कोरोना से दूर रखना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी.
डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि महाकुंभ और कोरोना संकट को देखते हुए पुलिस अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में जुटी हुई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा में फोर्स की तैनाती, सर्विलांस सिस्टम, फायर सर्विस, वायरलेस, सीसीटीवी कैमरों को लेकर समीक्षा की गई है. इसके साथ पूरे मेला परिसर की ड्रोन से निगरानी करने के साथ ही तमाम संबंधित थाना, चौकियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, ताकि महाकुंभ के आयोजन को सफल बनाया जा सके.
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वर्ष 2010 में हरिद्वार महाकुंभ में करीब 6 करोड़ श्रद्धालु आए थे. इस बार महाकुंभ में करीब 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इन सबके बीच उत्तराखंड पुलिस महाकुंभ की सुरक्षा-व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं के हेल्थ सेफ्टी प्लान को लेकर भी योजना बना रही है. महाकुंभ जैसे विश्व के सबसे बड़े धार्मिक पर्व में किसी तरह की सुरक्षा खामी न हो, इसके लिए हर बिंदुओं पर चर्चा करते हुए योजना बनाई जा रही है.
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ क्षेत्र में 20 से 25 हजार पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी. नवंबर और दिसंबर में कोरोना की स्थिति को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ-साथ अन्य फोर्सों की संख्या घटाई या बढ़ाई जा सकती है.
महाकुंभ की सुरक्षा तैयारियों को लेकर आईजी मेला संजय गुंज्याल ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस मेलाक्षेत्र में हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए तैयार है. साल के आखिर में कोरोना की स्थिति को देखते हुए महाकुंभ के लिए कुछ अलग व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी.
विशेष ग्रह नक्षत्र के संयोग पर ही कुंभ का आयोजन
वास्तव में कुंभ आयोजित करने के लिए ग्रह नक्षत्रों का एक विशेष समय निर्धारित होता है. जब मेष राशि में सूर्य तथा कुंभ राशि में बृहस्पति का प्रवेश होता है, तब हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. यह संयोग 2021 में दिखाई दे रहा है, लेकिन 2022 में ऐसा कोई संयोग नहीं बनता नजर आ रहा है. इसी कारण अखाड़ा परिषद में हरिद्वार महाकुंभ को 2021 में ही आयोजित किए जाने का फैसला है.
हरिद्वार कुंभ में होने हैं 4 शाही स्नान
हरिद्वार में अगले साल 2021 में होने जा रहे कुंभ में चार शाही स्नान होने हैं. पहला शाही स्नान गुरुवार 11 मार्च 2021 को महाशिवरात्रि के दिन होगा. दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर आयोजित होगा. वहीं, तीसरा शाही स्नान 13 अप्रैल मेष संक्रांति पर आयोजित होगा और आखिरी शाही स्नान वैशाखी 27 अप्रैल चैत्र माह की पूर्णिमा को होगा.
हरिद्वार कुंभ में 6 अन्य स्नान भी प्रस्तावित
हरिद्वार कुंभ में 4 शाही स्नान के अलावा भक्तों के लिए कई अन्य दिन तय हो चुके हैं. प्रमुख स्नान मकर संक्रांति 14 जनवरी को, मौनी अमावस्या 11 फरवरी को दूसरा स्नान, बसंत पंचमी 16 फरवरी को तीसरा स्नान, 27 फरवरी माघ पूर्णिमा को, 13 अप्रैल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी हिन्दी नववर्ष के दिन और 21 अप्रैल राम नवमी को भी स्नान के दिन तय किए जा चुके हैं.