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एम्स की एयर एम्बुलेंस साबित हो रही वरदान, इतने मरीजों की बचाई जा चुकी जान

विषम भौगोलिक स्थिति वाले उत्तराखंड राज्य में आपात स्थिति के मरीजों को सीमान्त क्षेत्रों से एअर लिफ्ट कर सीधे एम्स पहुंचाने से कई लोगों का जीवन बचाया जा चुका है. अभी तक राज्य के विभिन्न दूरस्थ क्षेत्रों से एयर एम्बुलेंस द्वारा 11 मरीज एम्स पहुंचाए जा चुके हैं.

AIIMS Rishikesh
एम्स की एयर एम्बुलेंस साबित हो रही वरदान
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Published : Feb 25, 2021, 8:45 AM IST

Updated : Feb 25, 2021, 2:06 PM IST

ऋषिकेश: प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल किसी से छुपा नहीं है. आए दिन लोगों को बेहतर इलाज के लिए अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है. वहीं एम्स ऋषिकेश का हेलीपैड आघात चिकित्सा और आपात स्थिति के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है. पिछले 6 माह के दौरान एयर एम्बुलेंस के माध्यम से इलाज हेतु 11 मरीजों को एम्स ऋषिकेश पहुंचाया जा चुका है. समय रहते अस्पताल पहुंचने के कारण मरीजों की जान बच सकी.

एम्स की एयर एम्बुलेंस साबित हो रही वरदान.
विषम भौगोलिक स्थिति वाले उत्तराखंड राज्य में आपात स्थिति के मरीजों को सीमान्त क्षेत्रों से एअर लिफ्ट कर सीधे एम्स पहुंचाने से कई लोगों का जीवन बचाया जा चुका है. अभी तक राज्य के विभिन्न दूरस्थ क्षेत्रों से एयर एम्बुलेंस द्वारा 11 मरीज एम्स पहुंचाए जा चुके हैं. जानकारी देते हुए एम्स ऋषिकेश के हेली एविएशन इंचार्ज और ट्राॅमा सर्जन डाॅक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि यह सुविधा पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि एम्स देश का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है, जहां हेलीपैड की सुविधा है.

पढ़ें-आसन कंजर्वेशन में हुई गणना, 51 प्रजातियों के 4497 मिले पक्षी

डाॅक्टर उनियाल ने कहा कि यह विश्वस्तरीय सुविधा एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकान्त की दूरदर्शी सोच की वजह से शुरू हो पायी है. इस सुविधा के माध्यम से अभी तक ट्राॅमा पेशेन्ट, गर्भवती महिला, ब्रेन स्ट्रोक, कोविड पेशेन्ट और सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल मरीजों को इलाज हेतु एम्स पहुंचे हैं. उन्होंने कहा समय रहते इलाज शुरू होने की वजह से यह सभी पेशेन्ट अब स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. गौर हो कि दूरस्थ क्षेत्रों को एयर एम्बुलेंस की सुविधा से जोड़ने के उद्देश्य से एम्स के हेलीपैड का उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 11 अगस्त 2020 को किया गया था. एम्स ऋषिकेश में तब से एयर एम्बुलेंस के माध्यम से कई रोगी इलाज हेतु सुविधा का लाभ उठा चुके हैं.

अब तक इतने रोगी ले चुके लाभ

  • 2 अक्टूबर 2020 से 20 फरवरी 2021 तक एयर एम्बुलेंस से एम्स पहुंचे मरीज.
  • 2 अक्टूबर- पौड़ी से 55 वर्षीय ब्रेन स्ट्रोक का 1 रोगी.
  • 15 अक्टूबर- पौड़ी से वाया देहरादून 44 वर्षीय पेनक्रियाज का 1 रोगी.
  • 9 दिसंबर- चमोली से कोविड पाॅजिटिव 3 रोगी.
  • 10 दिसंबर - कर्णप्रयाग से 1 कोविड मरीज.
  • 4 जनवरी- सहस्त्रधारा, देहरादून से गले के टाॅन्सिल से ग्रसित 5 वर्षीय बालक.
  • 29 जनवरी- पौड़ी से 55 वर्षीय मुंह में सूजन का रोगी.
  • 19 फरवरी- टिहरी से 28 साल की 1 गर्भवती महिला.
  • 20 फरवरी- देवाल चमोली से सड़क दुर्घटना के 2 घायल मरीज.

ऋषिकेश: प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल किसी से छुपा नहीं है. आए दिन लोगों को बेहतर इलाज के लिए अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है. वहीं एम्स ऋषिकेश का हेलीपैड आघात चिकित्सा और आपात स्थिति के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है. पिछले 6 माह के दौरान एयर एम्बुलेंस के माध्यम से इलाज हेतु 11 मरीजों को एम्स ऋषिकेश पहुंचाया जा चुका है. समय रहते अस्पताल पहुंचने के कारण मरीजों की जान बच सकी.

एम्स की एयर एम्बुलेंस साबित हो रही वरदान.
विषम भौगोलिक स्थिति वाले उत्तराखंड राज्य में आपात स्थिति के मरीजों को सीमान्त क्षेत्रों से एअर लिफ्ट कर सीधे एम्स पहुंचाने से कई लोगों का जीवन बचाया जा चुका है. अभी तक राज्य के विभिन्न दूरस्थ क्षेत्रों से एयर एम्बुलेंस द्वारा 11 मरीज एम्स पहुंचाए जा चुके हैं. जानकारी देते हुए एम्स ऋषिकेश के हेली एविएशन इंचार्ज और ट्राॅमा सर्जन डाॅक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि यह सुविधा पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि एम्स देश का पहला सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है, जहां हेलीपैड की सुविधा है.

पढ़ें-आसन कंजर्वेशन में हुई गणना, 51 प्रजातियों के 4497 मिले पक्षी

डाॅक्टर उनियाल ने कहा कि यह विश्वस्तरीय सुविधा एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकान्त की दूरदर्शी सोच की वजह से शुरू हो पायी है. इस सुविधा के माध्यम से अभी तक ट्राॅमा पेशेन्ट, गर्भवती महिला, ब्रेन स्ट्रोक, कोविड पेशेन्ट और सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल मरीजों को इलाज हेतु एम्स पहुंचे हैं. उन्होंने कहा समय रहते इलाज शुरू होने की वजह से यह सभी पेशेन्ट अब स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. गौर हो कि दूरस्थ क्षेत्रों को एयर एम्बुलेंस की सुविधा से जोड़ने के उद्देश्य से एम्स के हेलीपैड का उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 11 अगस्त 2020 को किया गया था. एम्स ऋषिकेश में तब से एयर एम्बुलेंस के माध्यम से कई रोगी इलाज हेतु सुविधा का लाभ उठा चुके हैं.

अब तक इतने रोगी ले चुके लाभ

  • 2 अक्टूबर 2020 से 20 फरवरी 2021 तक एयर एम्बुलेंस से एम्स पहुंचे मरीज.
  • 2 अक्टूबर- पौड़ी से 55 वर्षीय ब्रेन स्ट्रोक का 1 रोगी.
  • 15 अक्टूबर- पौड़ी से वाया देहरादून 44 वर्षीय पेनक्रियाज का 1 रोगी.
  • 9 दिसंबर- चमोली से कोविड पाॅजिटिव 3 रोगी.
  • 10 दिसंबर - कर्णप्रयाग से 1 कोविड मरीज.
  • 4 जनवरी- सहस्त्रधारा, देहरादून से गले के टाॅन्सिल से ग्रसित 5 वर्षीय बालक.
  • 29 जनवरी- पौड़ी से 55 वर्षीय मुंह में सूजन का रोगी.
  • 19 फरवरी- टिहरी से 28 साल की 1 गर्भवती महिला.
  • 20 फरवरी- देवाल चमोली से सड़क दुर्घटना के 2 घायल मरीज.

Last Updated : Feb 25, 2021, 2:06 PM IST
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