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722 पुलिकर्मियों को दी गई गृह जनपद में पोस्टिंग, सीमावर्ती क्षेत्रों में रिवर्स पलायन, आंतरिक सुरक्षा को मिला बल

उत्तराखंड पुलिस के 722 कर्मियों को गृह जनपदों में पोस्टिंग दी गई है. जिसके बाद प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में रिवर्स पलायन और आंतरिक सुरक्षा को लेकर सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं.

After the home district posting of 722 policemen
722 पुलिकर्मियों को दी गई गृह जनपद पोस्टिंग
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Published : Jun 4, 2022, 3:28 PM IST

Updated : Jun 4, 2022, 4:29 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के सीमावर्ती जनपदों में रिवर्स पलायन और आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने के लिए पुलिस कल्याण स्थानांतरण नीति में संशोधन किया गया. जिसके तहत पिछले कुछ समय में 6 सीमावर्ती जनपदों में 722 पुलिसकर्मियों को गृह जनपद में पोस्टिंग कर दी गई है. इससे दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में रिवर्स पलायन से गांवों की रौनक बढ़ी है. साथ ही इससे सीमावर्ती जनपदों में आंतरिक सुरक्षा भी मजबूत हो रही है.

इस मामले में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने अधिकारिक जानकारी देते हुए बताया डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कल्याण स्थानांतरण नीति में संशोधन कर इस महत्वपूर्ण विषय मे निर्णय लिया, जो काफी कारगर साबित हुआ. ऐसे में अभी तक प्रदेश के 6 सीमावर्ती जनपदों में कुल 722 मुख्य आरक्षण को गृह जनपद में तैनाती दी गई. जिसके कारण इन पुलिसकर्मियों ने गांव में अपने घरों का निर्माण करवाया. कुछ लोगों ने पुराने पलायन वाले घरों को पुनर्निर्माण करा कर अपने निवास स्थानों को और बेहतर बनाया. इससे गांवों की चमक लौट रही है.

पढ़ें- अल्मोड़ा के नलों में आ रही गंदगी, परीक्षा की तैयारी छोड़ प्राकृतिक स्रोतों से पानी भर रहे छात्र

रिवर्स पलायन और आंतरिक सुरक्षा हुई मजबूत: पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार के मुताबिक उत्तराखंड शासन से समन्वय यह पहल प्रारंभ की गई है. प्रदेश के 6 सीमावर्ती जनपदों में बढ़ते पलायन की समस्या थी. उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे जनपद चीन और नेपाल की सीमा से सटे होने के कारण आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण जनपद हैं. बता दें पूर्व में इन जनपदों में प्रशासनिक व्यवस्था आधार पर ही ट्रांसफर किया जाता था.

After the home district posting of 722 policemen
722 पुलिकर्मियों को दी गई गृह जनपद पोस्टिंग

पढ़ें- पर्यावरणविद राजेंद्र सिंह ने ऑल वेदर रोड पर उठाए सवाल, कहा- एक और डिजास्टर नहीं चाहिए

उस स्थानांतरण व्यवस्था में अच्छे पुलिसकर्मी वहां जाने के इच्छुक नहीं होते थे, जो कि कानून सुरक्षा व्यवस्था से सही नहीं था. ऐसे में दोनों ही समस्याओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि सीमावर्ती जनपदों में रिवर्स पलायन बढ़ावा व आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के दृष्टिगत पुलिसकर्मियों को गृह जनपद में पोस्टिंग दिए जाने निर्णय काफी सकारात्मक रहा.

पढ़ें- पंतनगर कृषि विवि के वैज्ञानिकों ने खोजा पॉलीथिन का विकल्प, धान की भूसी से बनाई बायोडिग्रेडेबल शीट

इसके परिणाम भी काफी अच्छे मिल रहे हैं. अब पुलिसकर्मी स्वेच्छाअनुसार अपने गृह जनपद में तैनाती पाने से न सिर्फ मन लगाकर कार्य कर रहे हैं, बल्कि गृह जनपद में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी अपने परिवार को समय देने के साथ ही अपने पुराने निवास स्थानों को भी दुरुस्त कर रिवर्स पलायन में सकारात्मक संदेश दे रहे हैं. वहीं दूसरीं ओर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के समीप जनपदीय ग्रामीण इलाकों में रौनक बढ़ने से आंतरिक सुरक्षा भी सामरिक दृष्टि से मजबूत हो रही है.

देहरादून: उत्तराखंड के सीमावर्ती जनपदों में रिवर्स पलायन और आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने के लिए पुलिस कल्याण स्थानांतरण नीति में संशोधन किया गया. जिसके तहत पिछले कुछ समय में 6 सीमावर्ती जनपदों में 722 पुलिसकर्मियों को गृह जनपद में पोस्टिंग कर दी गई है. इससे दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में रिवर्स पलायन से गांवों की रौनक बढ़ी है. साथ ही इससे सीमावर्ती जनपदों में आंतरिक सुरक्षा भी मजबूत हो रही है.

इस मामले में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने अधिकारिक जानकारी देते हुए बताया डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कल्याण स्थानांतरण नीति में संशोधन कर इस महत्वपूर्ण विषय मे निर्णय लिया, जो काफी कारगर साबित हुआ. ऐसे में अभी तक प्रदेश के 6 सीमावर्ती जनपदों में कुल 722 मुख्य आरक्षण को गृह जनपद में तैनाती दी गई. जिसके कारण इन पुलिसकर्मियों ने गांव में अपने घरों का निर्माण करवाया. कुछ लोगों ने पुराने पलायन वाले घरों को पुनर्निर्माण करा कर अपने निवास स्थानों को और बेहतर बनाया. इससे गांवों की चमक लौट रही है.

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रिवर्स पलायन और आंतरिक सुरक्षा हुई मजबूत: पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार के मुताबिक उत्तराखंड शासन से समन्वय यह पहल प्रारंभ की गई है. प्रदेश के 6 सीमावर्ती जनपदों में बढ़ते पलायन की समस्या थी. उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे जनपद चीन और नेपाल की सीमा से सटे होने के कारण आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण जनपद हैं. बता दें पूर्व में इन जनपदों में प्रशासनिक व्यवस्था आधार पर ही ट्रांसफर किया जाता था.

After the home district posting of 722 policemen
722 पुलिकर्मियों को दी गई गृह जनपद पोस्टिंग

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उस स्थानांतरण व्यवस्था में अच्छे पुलिसकर्मी वहां जाने के इच्छुक नहीं होते थे, जो कि कानून सुरक्षा व्यवस्था से सही नहीं था. ऐसे में दोनों ही समस्याओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि सीमावर्ती जनपदों में रिवर्स पलायन बढ़ावा व आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के दृष्टिगत पुलिसकर्मियों को गृह जनपद में पोस्टिंग दिए जाने निर्णय काफी सकारात्मक रहा.

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इसके परिणाम भी काफी अच्छे मिल रहे हैं. अब पुलिसकर्मी स्वेच्छाअनुसार अपने गृह जनपद में तैनाती पाने से न सिर्फ मन लगाकर कार्य कर रहे हैं, बल्कि गृह जनपद में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी अपने परिवार को समय देने के साथ ही अपने पुराने निवास स्थानों को भी दुरुस्त कर रिवर्स पलायन में सकारात्मक संदेश दे रहे हैं. वहीं दूसरीं ओर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के समीप जनपदीय ग्रामीण इलाकों में रौनक बढ़ने से आंतरिक सुरक्षा भी सामरिक दृष्टि से मजबूत हो रही है.

Last Updated : Jun 4, 2022, 4:29 PM IST
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