देहरादून: कोरोनाकाल में 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद अब राज्य सरकार ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की ओर से इस बात का ऐलान भी किया गया है कि इन दोनों ही कक्षाओं में किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा. लेकिन हाल ही में जनपद देहरादून के सहसपुर के गुरु राम राय इंटर कॉलेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिसमें स्कूल प्रबंधन ने कोरोनाकाल में कक्षा 9वीं और 11वीं के करीब 250 छात्रों को एक साथ फेल कर दिया था.
गौरतलब है कि, जब यह मामला स्थानीय समाजसेवी नीरज राजपूत के संज्ञान में आया तो उन्होंने कोरोनाकाल में छात्रों को फेल किए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली को पत्र भेज इसकी जानकारी दी.
जिसके बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस पूरे प्रकरण की भनक लगी तो उन्होंने तुरंत स्कूल प्रबंधन को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को उत्तीर्ण करने के निर्देश जारी कर दिए. ऐसे में जिन छात्रों को स्कूल प्रबंधन बिना उनके भविष्य की परवाह किए बगैर फेल कर चुका था वह सभी 250 बच्चे अब पास होकर अगली कक्षा में पहुंच चुके हैं.
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मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि कोरोनाकाल में शिक्षा सचिव की ओर से पहले ही इस संबंध में आदेश जारी किए जा चुके हैं. जिसमें साफ किया गया है कि कक्षा 6 से 9 और 11वीं के छात्र जो विद्यालय में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं उनका उपलब्ध सुविधा अनुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन के माध्यम से परीक्षा मूल्यांकन किया जाए. जिसके तहत छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही उत्तीर्ण किया जाना चाहिए.