ETV Bharat / state

राजधानी में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुधवार से चलेगा 'पीला पंजा', इस बार और बड़ा होगा अभियान

देहरादून शहर में बुधवार से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान शहर के मुख्य और आंतरिक मार्गों पर अतिक्रमण हटाया जाएगा, लेकिन कॉलोनियों के अंदर ये अभियान नहीं चलाया जाएगा. इन जगहों पर एमडीडीए और आवास विकास विभाग स्वतंत्र कार्रवाई करेगा.

author img

By

Published : Sep 3, 2019, 10:16 PM IST

अतिक्रमण

देहरादूनः उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाने का सिलसिला एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है. बुधवार से शुरू होने जा रहा अतिक्रमण हटाओ अभियान पिछले अभियान से भी व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा. अपर मुख्य सचिव की मानें तो अतिक्रमण मुक्त करने के बाद इन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. जिसके लिए सरकार कार्य योजना तैयार कर रही है. वहीं, इस बार अतिक्रमण हटाओ अभियान में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि पिछले साल से शुरू हुए इस अभियान में निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव, कांवड़ मेले समेत तमाम व्यवधान आए थे. एक बार फिर से शहर के मुख्य और आंतरिक मार्गों पर अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया जा रहा है, लेकिन कॉलोनियों के अंदर ये अभियान नहीं चलाया जाएगा. इन जगहों पर एमडीडीए और आवास विकास विभाग स्वतंत्र कार्रवाई करेगा.

जानकारी देते अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश.

ये भी पढ़ेंः हाउस टैक्स बढ़ाने से लोगों का चढ़ा पारा, सड़कों पर उतरने की दी चेतावनी

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अतिक्रमण हटाने को लेकर शहरवासियों ने 100 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की हैं. जिन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. अतिक्रमण हटाए जाने के बाद दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए शासन की ओर सौंदर्यीकरण समेत अन्य उपयोग के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है. साथ ही बताया कि बीते साल की गई अतिक्रमण मुक्त 4 मुख्य मार्गों के पुनर्निर्माण के लिए 27 करोड़ दिए गए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा प्रेमनगर के लिये 20 करोड़ रुपए दिए गए हैं. आगे के अभियान के लिए भी 50 करोड़ रुपये जल्द ही प्रस्तावित किए जाएंगे.

ये भी पढ़ेंः देहरादून में नकली दूध और पनीर बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, हालात देख दंग रह गई टीम

उन्होंने बताया कि बीते साल चिह्नित किए गए अतिक्रमण का तकरीबन 90 फीसदी हटाया जा चुका है. एक बार फिर से चिह्निकरण के साथ अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जो करीब एक महीने तक चलेगी. साथ ही कार्रवाई के दौरान व्यवधान डालने पर उत्तर प्रदेश नगर नियोजन अधिनियम की धारा 26(ए) एक्ट के तहत 2 साल की सजा और 20 हजार तक का जुर्माना हो सकता है. ये कार्रवाई अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाई जाएगी.

देहरादूनः उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाने का सिलसिला एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है. बुधवार से शुरू होने जा रहा अतिक्रमण हटाओ अभियान पिछले अभियान से भी व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा. अपर मुख्य सचिव की मानें तो अतिक्रमण मुक्त करने के बाद इन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. जिसके लिए सरकार कार्य योजना तैयार कर रही है. वहीं, इस बार अतिक्रमण हटाओ अभियान में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि पिछले साल से शुरू हुए इस अभियान में निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव, कांवड़ मेले समेत तमाम व्यवधान आए थे. एक बार फिर से शहर के मुख्य और आंतरिक मार्गों पर अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया जा रहा है, लेकिन कॉलोनियों के अंदर ये अभियान नहीं चलाया जाएगा. इन जगहों पर एमडीडीए और आवास विकास विभाग स्वतंत्र कार्रवाई करेगा.

जानकारी देते अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश.

ये भी पढ़ेंः हाउस टैक्स बढ़ाने से लोगों का चढ़ा पारा, सड़कों पर उतरने की दी चेतावनी

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अतिक्रमण हटाने को लेकर शहरवासियों ने 100 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की हैं. जिन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. अतिक्रमण हटाए जाने के बाद दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए शासन की ओर सौंदर्यीकरण समेत अन्य उपयोग के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है. साथ ही बताया कि बीते साल की गई अतिक्रमण मुक्त 4 मुख्य मार्गों के पुनर्निर्माण के लिए 27 करोड़ दिए गए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा प्रेमनगर के लिये 20 करोड़ रुपए दिए गए हैं. आगे के अभियान के लिए भी 50 करोड़ रुपये जल्द ही प्रस्तावित किए जाएंगे.

ये भी पढ़ेंः देहरादून में नकली दूध और पनीर बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, हालात देख दंग रह गई टीम

उन्होंने बताया कि बीते साल चिह्नित किए गए अतिक्रमण का तकरीबन 90 फीसदी हटाया जा चुका है. एक बार फिर से चिह्निकरण के साथ अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जो करीब एक महीने तक चलेगी. साथ ही कार्रवाई के दौरान व्यवधान डालने पर उत्तर प्रदेश नगर नियोजन अधिनियम की धारा 26(ए) एक्ट के तहत 2 साल की सजा और 20 हजार तक का जुर्माना हो सकता है. ये कार्रवाई अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाई जाएगी.

Intro: एंकर- उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाने का सिलसिला कल से एक बार फिर शुरू होने जा रहा है। अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश के अनुसार के बार अतिक्रमण अभियान पिछले अभियान से ज्यादा बड़े स्तर पर चलेगा तो वहीं अतिक्रमण मुक्त स्थलों के सौंदर्यीकरण और उपयोग के लिए भी सरकार कार्ययोजना तैयार कर रही है जिसका असर जल्द ही शहर में देखने को मिलेगा। साथ ही शासन स्तर के अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण के जो आड़े जेएगा उसके खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा।


Body:वीओ- पिछले साल की तरह एक बार फिर कल से देहरादून शहर में हाई कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि पिछले साल शुरू हुए इस अभियान में निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव, कावंड़ मेले सहित तमाम प्रयोजनों के चलते व्यवधान आया था लेकिन अब एक बार फिर से देहरादून शहर के मुख्य और आंतरिक मार्गो पर अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया जा रहा है लेकिन कॉलोनियों के अंदर ये अभियान नही चलाया जाएगा यंहा एमडीडीए और आवास विकास विभाग स्वतंत्र कार्यवाही करेगा। अपर मुख्यसचिव ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के क्रम में शहर वासियों द्वारा 100 से ज्यादा शिकायतें की गयी है जिन को इस अभियान में प्राथमिकता दी जाएगी। अतिक्रमण मुक्त सड़को को दिए गए 27 करोड़, जल्द 50 करोड़ ओर होंगे प्रस्तावित--- अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि अतिक्रमण हटाये गए जगहों पर दुबारा अतिक्रमण ना हो इसके लिए शासन द्वारा इन जगहों के लिए सौंदर्यीकरण और अन्य उपयोग के लिए सरकार द्वारा कार्ययोजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाये गए जगहों पर दुबारा अतिक्रमण की शिकायत आ रही है जिसके लिए अतिक्रमण हटाने के साथ साथ सेटलमेंट की भी जरूरत है जिसको देखते हुये पिछले साल की गई अतिक्रमण मुक्त 4 मुख्य मार्गों के पुनर्निर्माण के लिए 27 करोड़ दिए गए हैं जिसमे से सबसे ज्यादा प्रेमनगर के लिये 20 करोड़ रुपए दिए गए हैं तो वहीं आगे चलाये जाने वाले अभियान के तहत भी 50 करोड़ रुपये जल्द ही प्रस्तावित किए जाएंगे। तकरीबन एक महीने ओर चलेगा अभियान, पिछली दफा 90 फीसदी हटाया गया था अतिक्रमण----- कल से शुरू होने जा रहा अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत कल से ही नवीन चिन्हीकरण की कार्यवाही भी शुरू कर दी जाएगी। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि पिछले साल चिन्हित किये गए अतिक्रमण का तकरीबन 90 फीसदी हटाया जा चुका है साथ ही अब एक बार फिर कल से चिन्हीकरण के साथ साथ अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी जो कि अगले एक माह तक चलने की उम्मीद है। अतिक्रमण हटाने के आड़े आने वाले पर हो सकती के सख्त कार्यवाही---- अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि अतिक्रमण हटाने के अभियान के पीछे किसी को परेशान करने की मंशा नही है। लेकिन अगर कोई अतिक्रमण हटाने में रोड़ा बनता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जा सकती है। जो की उत्तर प्रदेश नगर नियोजन अधिनियम की धारा 26 ए एक्ट के तहत व्यवधान उतपन करने वाले के खिलाफ 2 साल की सजा और 20 हजार तक का जुर्माना हो सकता है। ओम प्रकाश ने कहा कि ये अंतिम विकल्प के रूप में ही किया जाएगा लेकिन जो लोग शासन और कोर्ट की नही सुनेंगे उनके साथ सख्ती से पेश आने की जरूरत भी पड़ेगी। बाइट- ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.