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मॉनसून के मद्देनजर प्रशासन और नगर निगम ने कसी कमर, जानिए कैसी है तैयारी

उत्तराखंड में आगामी 24 जून तक मॉनसून के दस्तक देने की उम्मीद है. ऐसे में प्रशासन और नगर निगम ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. जानिए मॉनसून से निपटने को लेकर जिम्मेदार महकमों की तैयारियां.

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Published : Jun 11, 2021, 5:59 PM IST

देहरादूनः केरल में मॉनसून की दस्तक हो चुकी है. उत्तराखंड में भी मॉनसून के जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है. मॉनसून के मद्देनजर प्रशासन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने कमर कस ली है. बरसात में सबसे ज्यादा भूस्खलन और जल भराव की स्थिति सामने आती है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने सरकार और विभागीय अधिकारियों से तैयारियों को जाना.

मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में आगामी 24 जून तक मॉनसून दस्तक दे सकता है. ऐसे में मॉनसून के आगमन से पहले सभी तैयारियां मुकम्मल करना बेहद जरूरी है. लिहाजा, ईटीवी भारत की टीम ने सबसे पहले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली. इस दौरान देहरादून प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि विभिन्न भूस्खलन प्रभावित इलाकों में जेसीबी तैनात कर दी गई है. इसमें मुख्य रूप से 6 स्थान चिह्नित किए गए हैं. इसमें मसूरी के पास का गज्जी बैंड और कोल्हू खेत, देहरादून का किमाड़ी क्लॉट, सहस्त्रधारा के 2 प्वॉइंट, नाली सरोना और मालदेवता इलाके शामिल हैं.

मॉनसून को लेकर प्रशासन की तैयारियां.

ये भी पढ़ेंः मॉनसून से पहले दून नगर निगम की तैयारी, नालों की सफाई जारी

DM ने दिए गिरासू भवनों को चिह्नित करने के निर्देश

जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से भी सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मॉनसून सीजन के नजदीक आने को देखते हुए नदी, नालों और नहरों की साफ-सफाई के आदेश दिए जा चुके हैं. इसके साथ ही जिले में मौजूद तमाम गिरासू भवनों को चिह्नित करते हुए नगर निगम और नगर पालिका परिषदों से सहयोग लेकर इन स्थानों को खाली कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है.

नदी-नालों के किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी

वहीं, जिलाधिकारी की ओर से नदी-नालों के पास बसी बस्तियों में रहने वाली आबादी के लिए बरसात में जलभराव और भू-कटाव की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. सभी उप जिलाधिकारियों को जलभराव या भू-कटाव की स्थिति में बस्ती वासियों को नजदीकी स्थान पर स्थानांतरित करने का स्थान चिह्नित करने को भी कहा गया है.

ये भी पढ़ेंः सोमेश्वर में भारी बारिश से उफनाए नाले, पेयजल लाइन, नहरें और मार्ग क्षतिग्रस्त

देहरादून नगर निगम ने तैयार किए कंट्रोल रूम

उधर, मॉनसून के आगमन से पहले नगर निगम की ओर से भी निगम परिसर में आपदा एवं बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम तैयार कर दिया गया है. यह कंट्रोल रूम 24 घंटे आम जनता के लिए सुचारू रहेगा. इसमें तीन अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.

आपदा एवं बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम नंबर

  • लैंडलाइन नंबर- 0135-2652571
  • मोबाइल नंबर- 9548502630

बहरहाल, जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम प्रशासन की ओर से मॉनसून को लेकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आखिर किसी भी आपात स्थिति से निपटने में यह तैयारियां कितनी कारगर साबित होती हैं, यह मॉनसून के आगमन के बाद ही साफ हो पाएगा. क्योंकि पिछले मॉनसून सीजन में भी काफी नुकसान देखने को मिला था.

देहरादूनः केरल में मॉनसून की दस्तक हो चुकी है. उत्तराखंड में भी मॉनसून के जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है. मॉनसून के मद्देनजर प्रशासन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने कमर कस ली है. बरसात में सबसे ज्यादा भूस्खलन और जल भराव की स्थिति सामने आती है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने सरकार और विभागीय अधिकारियों से तैयारियों को जाना.

मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में आगामी 24 जून तक मॉनसून दस्तक दे सकता है. ऐसे में मॉनसून के आगमन से पहले सभी तैयारियां मुकम्मल करना बेहद जरूरी है. लिहाजा, ईटीवी भारत की टीम ने सबसे पहले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली. इस दौरान देहरादून प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि विभिन्न भूस्खलन प्रभावित इलाकों में जेसीबी तैनात कर दी गई है. इसमें मुख्य रूप से 6 स्थान चिह्नित किए गए हैं. इसमें मसूरी के पास का गज्जी बैंड और कोल्हू खेत, देहरादून का किमाड़ी क्लॉट, सहस्त्रधारा के 2 प्वॉइंट, नाली सरोना और मालदेवता इलाके शामिल हैं.

मॉनसून को लेकर प्रशासन की तैयारियां.

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DM ने दिए गिरासू भवनों को चिह्नित करने के निर्देश

जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से भी सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मॉनसून सीजन के नजदीक आने को देखते हुए नदी, नालों और नहरों की साफ-सफाई के आदेश दिए जा चुके हैं. इसके साथ ही जिले में मौजूद तमाम गिरासू भवनों को चिह्नित करते हुए नगर निगम और नगर पालिका परिषदों से सहयोग लेकर इन स्थानों को खाली कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है.

नदी-नालों के किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी

वहीं, जिलाधिकारी की ओर से नदी-नालों के पास बसी बस्तियों में रहने वाली आबादी के लिए बरसात में जलभराव और भू-कटाव की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. सभी उप जिलाधिकारियों को जलभराव या भू-कटाव की स्थिति में बस्ती वासियों को नजदीकी स्थान पर स्थानांतरित करने का स्थान चिह्नित करने को भी कहा गया है.

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देहरादून नगर निगम ने तैयार किए कंट्रोल रूम

उधर, मॉनसून के आगमन से पहले नगर निगम की ओर से भी निगम परिसर में आपदा एवं बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम तैयार कर दिया गया है. यह कंट्रोल रूम 24 घंटे आम जनता के लिए सुचारू रहेगा. इसमें तीन अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.

आपदा एवं बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम नंबर

  • लैंडलाइन नंबर- 0135-2652571
  • मोबाइल नंबर- 9548502630

बहरहाल, जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम प्रशासन की ओर से मॉनसून को लेकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आखिर किसी भी आपात स्थिति से निपटने में यह तैयारियां कितनी कारगर साबित होती हैं, यह मॉनसून के आगमन के बाद ही साफ हो पाएगा. क्योंकि पिछले मॉनसून सीजन में भी काफी नुकसान देखने को मिला था.

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