देहरादूनः अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना में फर्जीवाड़ा कर सरकार को चपत लगाने वाले 8 अस्पतालों की सूचीबद्धता समाप्त कर दी गई है. योजना के अपर निदेशक के मुताबिक, मरीजों के इलाज के नाम पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के चलते अभी तक आठ अस्पतालों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
गौर हो कि इस योजना के तहत गरीब परिवारों को गंभीर बीमारी के इलाज के लिए सालाना पांच लाख रुपये तक की निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाता है. इसके के लिए राज्य के सरकारी अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, संयुक्त अस्पताल और बेस अस्पतालों को शामिल किया गया था. साथ ही निजी अस्पतालों को भी इसमें सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन अटल आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पताल और डॉक्टर मरीजों के इलाज की आड़ में फर्जीवाड़ा कर सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं.
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इसी कड़ी में देवकीनंदन अस्पताल काशीपुर को अटल आयुष्मान योजना में अनियमितता पाए जाने पर सूची से बाहर कर दिया गया है. ऐसे में अब तक आठ अस्पतालों पर कार्रवाई की जा चुकी है. अटल आयुष्मान योजना के निदेशक अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि पहले भी कई अस्पतालों को योजना में फर्जीवाड़ा के जाने पर नोटिस जारी किए गए थे, जिसमें उन्हें कारण बताओ नोटिस के जरिए निजी अस्पताल में की गई अनियमितताओं पर जवाब मांगा गया था.
उन्होंने कहा कि अस्पतालों की ओर से कोई संतोषजनक जबाव नहीं मिल पाया. जिसे देखते हुए 8 अस्पतालों की सूचीबद्धता को समाप्त किया गया है. इन अस्पतालों में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं बरती गई थी. साथ ही बताया कि अस्पतालों की ओर से सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा था, जिस कारण इन अस्पतालों की सूचीबद्धता समाप्त कर दी गई है.