देहरादून: एसटीएफ और साइबर पुलिस ने दुबई स्थित फर्जी शेल कंपनियों के जरिए न्यूनतम 18 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने यूट्यूब वीडियो को लाईक और सबस्क्राइब कर जल्दी पैसे कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य को लुधियाना से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ भारत भर में 392 शिकायतों के साथ 18 अलग-अलग राज्य पुलिस तालाश कर रही थी.
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में सन्नी जैन ने शिकायत दर्ज कराई की अज्ञात व्यक्तियों ने पीड़ित को व्हाट्सएप के जरिए सम्पर्क कर स्वंय को कैरियर बिल्डर कम्पनी के एचआर होना बताकर प्रतिदिन 3-8 हजार रुपये कमाने का लालच देकर जॉब ऑफर कर 2 लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाया. इसके बाद अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोडकर पीड़ित का मोबाइल हैक कर लिया. उसके बाद 25 जून 2023 को पीड़ित के फोन पर 30 हजार रुपये कटने का टैक्सट मैसेज आया. पीड़ित के खाते से अज्ञात व्यक्ति ने 25 जून 2023 को अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए से कुल 14,18,127 रुपए की धोखाधड़ी कर लेने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत दर्ज किया गया.
साइबर टीम ने मुकदमे में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए गठित टीम की. जिसने घटना में प्रयोग मोबाइल नम्बर और आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी. जानकारी मिली कि आरोपियों ने पीड़ित से यू ट्यूब वीडियो लाइक सब्स्क्राईब कर लाभ कमाने के नाम पर धोखाधड़ी की. जांच के बाद संदिग्ध आरोपी का लुधियाना पंजाब से सम्बन्ध पाया गया. जिसके बाद टीम को रवाना किया गया. पुलिस टीम ने आरोपी हरमीत सिंह बेदी निवासी लुधियाना, पंजाब को गिरफ्तार किया.
अपराध का तरीका: आरोपियों ने नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाइट बनाकर आम जनता से व्हाट्सएप,ई-मेल और दूरभाष और अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क किया जाता था. जिसके बाद उन्हें प्रतिदिन 3-8 हजार रुपये कमाने का लालच देकर जॉब ऑफर कर लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाया जाता था. इसके बाद उन्हें अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा जाता है. उसके बाद अलग-अलग यू ट्यूब वीडियो लाइक और सब्स्क्राइब करने के टास्क देते हैं. उसमें निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी की जाती है.
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया टेलीग्राम चैनल का संचालन दुबई से किया जा रहा है. आरोपी ने कबूला कि वह लोगों से दोस्ती करता था. फर्जी अकाउंट खोलता था. उन्होंने बताया पूरे मामले की जांच में न्यूनतम 18 करोड़ का घोटाला सामने आया है. गिरफ्तार आरोपी की आंध्र प्रदेश,असम,बिहार,दिल्ली,कर्नाटक,महाराष्ट्र,राजस्थान,तमिलनाडु,उत्तर प्रदेश,बिहार,गुजरात,हिमाचल,केरल,ओडिशा,पंजाब,पश्चिम बंगाल,तेलंगाना,हरियाणा और छत्तीसगढ़ की पुलिस तलाश कर रही थी.