देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा विभाग की ओर से गर्मियों की छुट्टियों से पहले ही सभी जिलों के सरकारी स्कूलों में निःशुल्क पुस्तकों के वितरण के आदेश किए गए थे, लेकिन अब प्रदेश में स्कूल खुलने वाले हैं, लेकिन अभी तक प्रदेश के कई जनपदों में यह पुस्तकें नहीं बंट पाई हैं. जिस पर आम आदमी पार्टी ने अब प्रदेश सरकार को घेरा है. आप पार्टी ने कहा जहां प्रदेश सरकार बड़े बड़े दावे कर रही है कि नई राष्ट्रीय नीति के तहत प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारा जाएगा, लेकिन दुर्भाग्य है कि अभी तक छात्र-छात्राओं को किताबें ही नहीं बांटी गई हैं.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि हर माता पिता की उम्मीद रहती है कि उनके बच्चों को प्रदेश सरकार अच्छी शिक्षा मुहैया करवाए, लेकिन इसके उलट दुर्भाग्य 5 जुलाई से सरकारी स्कूल खुलने वाले हैं, लेकिन प्रदेश के करीब पांच जनपदों उधमसिंह नगर, हरिद्वार, चंपावत, टिहरी में अभी तक निःशुल्क किताबों का वितरण नहीं हो पाया है. जिससे छात्र-छात्राओं के भविष्य पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रदेश सरकार को सब चीजों की जानकारी होने के बावजूद भी लापरवाह अधिकारियों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है.
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जोत सिंह बिष्ट का कहना है की पहले ही दो वर्ष कोरोनाकाल के कारण प्रदेश में छात्र-छात्राओ की पढ़ाई नहीं हो पाई. अब पुस्तकों के वितरण न होने के कारण प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिस पर सख्त कार्रवाई होने चाहिए.