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मसूरी: महिलाओं ने एक दिवसीय कार्यशाला में सीखे स्वरोजगार के गुर

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Published : Feb 7, 2020, 4:35 PM IST

मसूरी में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं को अगरबत्ती बनाने की बनाने का प्रक्षिक्षण दिया गया.

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मसूरी में कार्यशाला का आयोजन

मसूरी: नगर क्षेत्र में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने को लेकर मसूरी के दुग्गल विला में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक रामनारायण द्वारा किया गया.

मसूरी में कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में निदेशक रामनारायण ने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर प्रशासन की ओर से महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके साथ ही कार्यशाला में रमेश श्रीवास्तव द्वारा महिलाओं को अगरबत्ती बनाने की तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.

ये भी पढ़ें: खबर का असरः तीर्थनगरी में अवैध शराब का भंडाफोड़, दो महिला समेत चार गिरफ्तार

डॉ. ज्योति मारवाह ने कहा कि स्वाद, सुगंध फ्रेगरेंस और फ्लेवर का दुनिया में बहुत बड़ा उद्योग है. जिसमें रोजगार से संबंधित कई चीजें जैसे क्रीम, शैंपू, साबुन, रेडी टू ईट फूड आदि का निर्माण शामिल है. जिसमें एक अगरबत्ती भी है. जो घर हो या व्यवसाय हर जगह उपयोग में आती है. इसलिए लोगों की कार्य क्षमता व कौशल को जागरुक करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है.

मसूरी: नगर क्षेत्र में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने को लेकर मसूरी के दुग्गल विला में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक रामनारायण द्वारा किया गया.

मसूरी में कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में निदेशक रामनारायण ने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर प्रशासन की ओर से महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके साथ ही कार्यशाला में रमेश श्रीवास्तव द्वारा महिलाओं को अगरबत्ती बनाने की तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.

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डॉ. ज्योति मारवाह ने कहा कि स्वाद, सुगंध फ्रेगरेंस और फ्लेवर का दुनिया में बहुत बड़ा उद्योग है. जिसमें रोजगार से संबंधित कई चीजें जैसे क्रीम, शैंपू, साबुन, रेडी टू ईट फूड आदि का निर्माण शामिल है. जिसमें एक अगरबत्ती भी है. जो घर हो या व्यवसाय हर जगह उपयोग में आती है. इसलिए लोगों की कार्य क्षमता व कौशल को जागरुक करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है.

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मसूरी में पहली बार महिलाओं को अगरबत्ती उत्पादन का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर डॉओम प्रकाश दुग्गल चैरिटेबल सोसायटी मसूरी ईशअरोमा चैरिटेबल सोसायटी डोईवाला के तत्वाधान में मसूरी दुग्गल विला में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य अतिथि राम नारायण निदेशक खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया


Body:निर्देशक रामनारायण ने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने व उन्हें स्वावलंबी बनाने को लेकर प्रशासन की ओर से कलस्टर वाइज महिलाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू किया गया है उन्होंने बताया कि इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण के अलावा मार्केटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी मौके पर उपस्थित सेवानिवृत्त आइटीबीपी अधिकारी राज्यश्री रावत ने कहा कि इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ने के अलावा उन्हें जागरूक करने की जरूरत है जिसकी स्वालंबन की दिशा में आगे बढ़ते हुए आजीविका प्राप्त कर सकें रमेश श्रीवास्तव द्वारा महिलाओं को अगरबत्ती बनाने की तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी

निदेशक राम नारायण प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम पीएमईजीपी भारत सरकार का सब्सिडी युक्त कार्यक्रम है योजनाओं प्रधानमंत्री रोजगार योजना पी एम आर वाई और ग्रामीण रोजगार सृजन कार्यक्रम को मिलकर बनाया गया है इस योजना का उद्देश्य नए स्वरोजगार धाम योजनाएं लघु धाम की स्थापना के जरिए देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों दोनों में ही रोजगार के अवसर पैदा करना है देश में बड़े पैमाने पर पारंपरिक और संभावित दस्तकारो और ग्रामीण एवं शहरी बेरोजगार युवाओं को निरंतर और सत रोजगार उपलब्ध कराना ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों की तरफ जाने से रोका जा सके

डॉ ज्योति मारवाह ने कहा कि स्वाद और सुगंध फ्रेगरेंस और फ्लेवर का दुनिया में बहुत बड़ा उद्योग है जिसमें रोजगार से संबंधित कई चीजें जैसे क्रीम शैंपू साबुन रेडी टू ईट फूड का निर्माण शामिल है जिसमें एक अगरबत्ती भी है जो घर हो या व्यवसाय हर जगह उपयोग में आती है और आंकड़ों के मुताबिक देश में अगरबत्ती का न्यूनतम मूल्य ₹965 करोड़ है उन्होंने कहा कि लोगों की कार्य क्षमता व कौशल को जागरूक करने के लिए आयोजित कार्यशाला में अगरबत्ती बनाने की तकनीक बता रहे हैं जिससे बेरोजगारों को रोजगार उद्योग क्षेत्र में आगे बढ़ाया जा सके


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