चकराताः उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर न्यू ईयर के जश्न की तैयारियां (Preparation for New Year celebration) जोरों से चल रही हैं. मसूरी, नैनीताल, जोशीमठ, औली में होटल कारोबारियों ने पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तैयारी कर ली है. लेकिन देहरादून के पर्यटन स्थल चकराता के होटल कारोबारी मायूस (Chakrata hotel business disappointed) नजर आ रहे हैं. क्योंकि कोरोना के कारण इस साल भी न्यू ईयर पर इलाके में पर्यटकों की संख्या कम रहने वाली है. इससे होटल कारोबारियों के साथ ही पर्यटन से जुड़े लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी.
दरअसल इस साल भी न्यू ईयर के लिए चकराता के 50 प्रतिशत ही होटल बुक हो पाए हैं. हमेशा क्रिसमस पर पर्यटकों से गुलजार रहने वाले चकराता में इस बार कोरोना के फिर आने से पर्यटकों की संख्या कम दिखाई दी. यही डर अब होटल कारोबारियों को न्यू ईयर पर सता रहा है. उनके इस डर को होटल की 50 प्रतिशत बुकिंग पुख्ता भी कर रही है. इसके अलावा इस बार बर्फबारी भी नहीं हुई है. इससे पहले दिसंबर के मध्य में बर्फबारी होने लगती थी.
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यही कारण है कि होटल कारोबारी काफी मायूस नजर आ रहे हैं. होटल कारोबारी दिनेश चांदना का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से चकराता पर्यटन हब की ओर अग्रसर हो रहा था. वहीं, इस बार बर्फबारी भी अभी तक नहीं हुई है. जबकि पिछले साल 13 दिसंबर को चकराता में बर्फबारी हुई थी. क्रिसमस डे की तरह ही न्यू ईयर पर भी क्षेत्र के होटल व्यवसाय के साथ साथ स्थानीय दुकानदारों के व्यवसाय पर भी असर देखने को मिल सकता है.
एक अन्य होटल कारोबारी विवेक अग्रवाल का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार होटलों की मात्र 50% ही बुकिंग हो पाई है. जबकि चकराता के होटल व्यवसायियों द्वारा पर्यटकों के आगमन को लेकर तैयारियां की जा चुकी हैं. स्थानीय व्यंजनों के साथ-साथ स्पेशल पैकेज भी रखा गया है. ताकि पर्यटकों को थर्टी फर्स्ट व नए साल का आगमन यादगार रहे.