देहरादूनः सरकार लगातार ग्रामीणों को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (IHM) की ओर से सिक्योर हिमालय परियोजना गंगोत्री भू-क्षेत्र के तहत पर्यटन विभाग व सेल्फ हेल्प संस्था के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रामीणों को होमस्टे चलाने के लिए हाउसकीपिंग, स्वागत सत्कार और मैनेजमेंट की बारीकियां सिखाई जा रही है. जिससे ग्रामीण अपने होमस्टे का बेहतरीन ढंग से संचालन कर पर्यटकों को आरामदायक सुविधा उपलब्ध करा सकें.
उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक के भुक्की गांव में चले रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन विशेषज्ञों ने होमस्टे चलाने की बारीकियां सिखाने के साथ पर्यटकों का स्वागत करने के गुर भी सिखाए. आईएचएम के प्रचार्य डॉ. जगदीप खन्ना ने बताया कि गंतव्य आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में होमस्टे को प्रोत्साहित करना है. ताकि पर्यटन के क्षेत्र में होमस्टे को वृहद स्तर पर प्रसारित किया जा सके.
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प्रशिक्षण कार्यक्रम में आईएचएम देहरादून के सहायक प्रशिक्षक सुनील पंत और कमलेश रॉय 8 गांवों के 25 होमस्टे लाभार्थियों को होमस्टे चलाने की बारीकियां सीखा रहे हैं. 14 अगस्त को प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद सभी प्रशिक्षित लाभार्थियों को आईएचएम की ओर से पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.
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बता दें कि इससे पहले भी संस्थान की ओर से इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिससे उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अपार संभावनाओं को तलाशा जा सके और ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए जा सके.