ऋषिकेश: उत्तरकाशी सिक्लयारा टनल से रेस्क्यू किए गए 41 मजदूर आज अपने घर जा सकते है. फिलहाल सभी मजदूर ऋषिकेश एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में भर्ती है. ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों की माने तो सभी मजदूर स्वस्थ है, लेकिन फिर भी मजदूरों के कुछ टेस्ट किए गए है, ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कत हो तो उसका इलाज किया जा सके.
वहीं, अलग-अलग राज्यों के मजदूरों को लेने के लिए वहां के अधिकार पहले ही उत्तराखंड पहुंच गए थे. इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की थी कि रेस्क्यू किए सभी 41 मजदूरों और उनके रिश्तेदारों के घर जाने का खर्च राज्य सरकार उठाएंगी. वहीं, उत्तराखंड सरकार की तरफ से सभी 41 मजदूरों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी गई है.
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बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में चार किमी लंबी निर्माणाधीन सिल्कयारा टनल में 12 नवंबर दीपावली के दिन बड़ा हादसा हो गया था. टनल के मुहाने से करीब 200 मीटर अंदर सुबह करीब 5.30 बजे भूस्खलन हो गया था, जिस कारण नाइट शिफ्ट में काम कर रहे करीब 41 मजदूर टनल में ही फंस गए थे, जिन्हें निकालने के लिए करीब 17 दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. 17वें दिन यानी करीब 400 घंटे बाद 28 नवंबर रात को करीब आठ बजे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित टनल से निकाला गया.
टनल से रेस्क्यू किए सभी मजदूरों को रात में ही चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है, जहां पर उनकी प्राथमिक जांच की गई. इसके बाद अगले दिन यानी 29 नवंबर को सभी मजदूरों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की.
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एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि सभी मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित है, फिर भी उनकी कुछ जांचे की गई है, ताकि कोई समस्या हो तो उसका इलाज किया जा सके. उम्मीद है कि आज सभी जांचों के बाद 41 मजदूरों को एम्स ऋषिकेश के छुट्टी कर दी जाएगी, जिसके बाद वो अपने घर जा सकेंगे.