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उत्तराखंड आपदा: प्रदेश में अभी भी 272 सड़कें बंद, 5000 करोड़ का हुआ नुकसान

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Published : Oct 24, 2021, 9:52 PM IST

उत्तराखंड में तीन दिनों तक बरसी आसमानी आफत ने पूरे प्रदेश में आपदा ला दी. राज्य में अब तक इस जल प्रलय में 72 लोगों की मौत हो चुकी है. इस आपदा में राज्य को करीब 5 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. वहीं, अभी भी 272 सड़कें बंद हैं.

272 roads are still closed
272 सड़कें अभी भी बंद

देहरादून: उत्तराखंड में बीते 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारी बारिश से हुआ नुकसान धीरे-धीरे सामने आ रहा है. आपदा में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. वहीं, प्रदेश में आज भी 272 सड़कें अवरुद्ध हैं.

आपदा से हुए नुकसान से उबारने के लिए शासन-प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. साथ ही प्रभावितों की समस्याओं से अवगत हो रहे हैं. वहीं, जैसे-जैसे राहत और बचाव कार्य पूरे हो रहे हैं. वैसे-वैसे प्रदेश को हुए नुकसान की वास्तविक तस्वीरें सामने आ रही हैं.

प्रदेश को 5000 करोड़ का नुकसान हुआ है. आसमान से टूटे कहर के बाद प्रदेश में किस तरह के हालात हैं, इसका आपदा प्रबंधन के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी जारी, 85 लोगों को किया गया रेस्क्यू

नैनीताल: जिले में अब तक आपदा के चलते 35 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 5 व्यक्ति घायल हैं. जिले में 74 भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मोटर मार्ग और 36 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

अल्मोड़ा: जिले में आपदा से अब तक 6 लोगों की मौत हुई है. 2 व्यक्ति घायल है और 40 भवनों को नुकसान पहुंचा है. सड़कों की बात करें तो जिले में 1 राज्य मार्ग और 12 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है, जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है.

चंपावत: जिले में दैवीय आपदा के चलते 11 लोगों की मौत हुई है. 4 लोग घायल हुए हैं. वहीं 2 आवासीय भवनों को नुकसान हुआ है. चंपावत में सड़कों की बात करें तो टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 9 स्वाला और भारतोलि के पास लैंडस्लाइड की वजह से अवरुद्ध है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मार्ग और 88 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.

उधम सिंह नगर: जनपद में दैवीय आपदा के चलते दो लोगों की मौत हुई है और 3 व्यक्ति घायल हुए हैं. वहीं, पशु हानि के साथ-साथ 93 आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.

पिथौरागढ़: जिले में आपदा के चलते 3 लोगों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हुए हैं. वहीं, अगर संपर्क मार्गों की बात करें तो टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 125 यातायात के लिए खुल चुका है, लेकिन इसके अलावा जिले में 2 मुख्य मार्ग, 4 बॉर्डर रोड और 25 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरूद्ध है. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

बागेश्वर: जिले में बीते दिनों आई आपदा के चलते एक व्यक्ति की मौत हुई है. वहीं, जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है.

रुद्रप्रयाग: जिले में आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हालात सामान्य है और सभी मार्ग खुले हुए हैं.

चमोली: जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH 58 को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन जनपद में 59 ग्रामीण मोटर मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास जारी है.

देहरादून: जिले में प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हालात सामान्य है.

पौड़ी: जिले में आपदा के चलते तीन लोगों की मौत हुई है और 2 व्यक्ति घायल हुए हैं. सड़कों की बात करें तो 6 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है.

टिहरी: जिले में 1 राज्य मार्ग और 3 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. जिसे प्रशासन खोलने की कवायद में जुटा हुआ है.

उत्तरकाशी: जिले में आपदा से तीन लोगों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हुए हैं. वहीं, इसके अलावा 17 सदस्ययी ट्रैकिंग दल जो कि हर्षिल उत्तरकाशी से लमखा पास हिमाचल ट्रैक पर गए थे, उनमें से 7 लोगों की मौत हुई है. 2 लापता है और 2 की घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है. हालांकि जिले में कोई भी संपर्क मार्ग अवरुद्ध नहीं है.

देहरादून: उत्तराखंड में बीते 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारी बारिश से हुआ नुकसान धीरे-धीरे सामने आ रहा है. आपदा में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. वहीं, प्रदेश में आज भी 272 सड़कें अवरुद्ध हैं.

आपदा से हुए नुकसान से उबारने के लिए शासन-प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. साथ ही प्रभावितों की समस्याओं से अवगत हो रहे हैं. वहीं, जैसे-जैसे राहत और बचाव कार्य पूरे हो रहे हैं. वैसे-वैसे प्रदेश को हुए नुकसान की वास्तविक तस्वीरें सामने आ रही हैं.

प्रदेश को 5000 करोड़ का नुकसान हुआ है. आसमान से टूटे कहर के बाद प्रदेश में किस तरह के हालात हैं, इसका आपदा प्रबंधन के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी जारी, 85 लोगों को किया गया रेस्क्यू

नैनीताल: जिले में अब तक आपदा के चलते 35 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 5 व्यक्ति घायल हैं. जिले में 74 भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मोटर मार्ग और 36 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

अल्मोड़ा: जिले में आपदा से अब तक 6 लोगों की मौत हुई है. 2 व्यक्ति घायल है और 40 भवनों को नुकसान पहुंचा है. सड़कों की बात करें तो जिले में 1 राज्य मार्ग और 12 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है, जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है.

चंपावत: जिले में दैवीय आपदा के चलते 11 लोगों की मौत हुई है. 4 लोग घायल हुए हैं. वहीं 2 आवासीय भवनों को नुकसान हुआ है. चंपावत में सड़कों की बात करें तो टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 9 स्वाला और भारतोलि के पास लैंडस्लाइड की वजह से अवरुद्ध है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मार्ग और 88 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.

उधम सिंह नगर: जनपद में दैवीय आपदा के चलते दो लोगों की मौत हुई है और 3 व्यक्ति घायल हुए हैं. वहीं, पशु हानि के साथ-साथ 93 आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.

पिथौरागढ़: जिले में आपदा के चलते 3 लोगों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हुए हैं. वहीं, अगर संपर्क मार्गों की बात करें तो टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 125 यातायात के लिए खुल चुका है, लेकिन इसके अलावा जिले में 2 मुख्य मार्ग, 4 बॉर्डर रोड और 25 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरूद्ध है. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

बागेश्वर: जिले में बीते दिनों आई आपदा के चलते एक व्यक्ति की मौत हुई है. वहीं, जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है.

रुद्रप्रयाग: जिले में आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हालात सामान्य है और सभी मार्ग खुले हुए हैं.

चमोली: जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH 58 को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन जनपद में 59 ग्रामीण मोटर मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास जारी है.

देहरादून: जिले में प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हालात सामान्य है.

पौड़ी: जिले में आपदा के चलते तीन लोगों की मौत हुई है और 2 व्यक्ति घायल हुए हैं. सड़कों की बात करें तो 6 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है.

टिहरी: जिले में 1 राज्य मार्ग और 3 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. जिसे प्रशासन खोलने की कवायद में जुटा हुआ है.

उत्तरकाशी: जिले में आपदा से तीन लोगों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हुए हैं. वहीं, इसके अलावा 17 सदस्ययी ट्रैकिंग दल जो कि हर्षिल उत्तरकाशी से लमखा पास हिमाचल ट्रैक पर गए थे, उनमें से 7 लोगों की मौत हुई है. 2 लापता है और 2 की घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है. हालांकि जिले में कोई भी संपर्क मार्ग अवरुद्ध नहीं है.

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