देहरादून: स्वाइन फ्लू का प्रकोप उत्तराखंड में लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार को एक और मरीज की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि 26 वर्षीय सहारनपुर निवासी एक महिला ने इलाज के दौरान महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया. अब स्वाइन फ्लू से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 21 हो गया है. वहीं 11 नये मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि भी हुई है.
सीएमओ डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि शनिवार को 11 और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिससे प्रदेश में फ्लू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 136 हो गयी. स्वास्थ्य विभाग भले ही स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए लगातार आवश्यक कदम उठाने के दावे कर रहा हो लेकिन स्वाइन फ्लू का वायरस उत्तराखंड में लगातार घातक होता जा रहा है.
स्वाइन फ्लू की कहर की वजह से उत्तराखंड में महज एक महीने में स्वाइन फ्लू पीड़ित मरीजों का आंकड़ा 136 पहुंच गया है. जानकारी के मुताबिक स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मरीज महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती हैं. इसके अलावा मैक्स अस्पताल, दून हॉस्पिटल, सिनर्जी, कैलाश और हिमालियन अस्पताल में भी कुई मरीज एडमिट बताये जा रहे हैं.
बता दें कि इस बीमारी से बचने के लिये शुगर, किडनी, हार्ट और लिवर के मरीजों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होती है. स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी करते हुए लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों से परहेज करने और हाइजीन का खास ख्याल रखने को कहा है.
स्वास्थ विभाग के मुताबिक H1N1 सीजनल इन्फ्लुएंजा की तरह है. अधिकांश केस में यह साधारण सर्दी-जुखाम जैसा ही होता है, जो खुद ही ठीक हो जाता है. लेकिन जैसे-जैसे इसका वायरस स्ट्रांग होते जाता है वैसे-वैसे परेशानी बढ़ती जाती है. इसके रोकथाम का सबसे कारगर उपाय यही है कि सर्दी-जुखाम जैसे लक्षण होने पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है.