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उत्तराखंडः तीलू रौतेली के जन्मदिवस पर कामकाजी महिलाओं को मिली ये खास सौगात

उत्तराखंड महिला सशक्तिकरण विभाग के तत्वावधान में साहसिक कार्य करने वाली 18 महिलाओं को सम्मानित किया गया.

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Published : Aug 8, 2019, 11:18 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड महिला सशक्तिकरण विभाग हर साल विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं और युवतियों को तीलू रौतेली महिला शक्ति पुरस्कार प्रदान करता है. उत्तराखंड की 18 महिलाओं को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया. इनमें साहसिक कार्य, सामाजिक कार्य, खेल, कृषि, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति आदि क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वाली महिलाएं और किशोरियां शामिल हैं.

इसके साथ ही राज्यपाल ने वीरांगना तीलू रौतेली की मूर्ति का अनावरण और कामकाजी महिलाओं के लिए 13 करोड़ 72 लाख रूपये की लागत से बने 96 कमरों वाले अत्याधुनिक वर्किंग वुमन हॉस्टल का भी उद्घाटन भी किया.

उत्तराखंड राज्य सरकार ने समाज में विशेष कार्य करने एवं एक उदाहरण प्रस्तुत करने वाली महिलाओं को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से साल 2003 में राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार की योजना प्रारम्भ की थी.

इस योजना के अन्तर्गत पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र के साथ ही 21 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है. इसके साथ ही राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली के नाम से प्रदान किया जाता है.

वहीं राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महिलाएं किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज उठाने में पीछे न हटे. साहसी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा व आदर्श हैं. ज्यादातर सामाजिक अपराधों के पीछे जागरूकता की कमी देखी जा सकती है. जागरूकता के अभाव में महिलाओं के साथ होने वाले बहुत से अपराध सामने ही नहीं आ पाते.

यह भी पढ़ेंः कोटद्वार दुष्कर्म मामलाः बाजार बंद और चक्का जाम, आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की उठी मांग

महिलाओं का साथ देने के लिये पुरुषों को भी जागरूक और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए. साथ ही राज्यपाल ने बताया कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं. सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक, खेल-कूद और यहां तक कि अंतरिक्ष और रक्षा-विज्ञान के क्षेत्र में भी हमारी बेटियों ने बुलंदियों को छुआ है.

वहीं कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि आज का दिन बड़ा ही ऐतहासिक दिन है और आज तीलू रौतेली का जन्मदिवस है. इस दिन प्रदेश की उन महिलाओं और किशोरियों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने तीलू रौतेली की तरह साहसिक कार्य किया हो. उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है.

देहरादून: उत्तराखंड महिला सशक्तिकरण विभाग हर साल विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं और युवतियों को तीलू रौतेली महिला शक्ति पुरस्कार प्रदान करता है. उत्तराखंड की 18 महिलाओं को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया. इनमें साहसिक कार्य, सामाजिक कार्य, खेल, कृषि, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति आदि क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वाली महिलाएं और किशोरियां शामिल हैं.

इसके साथ ही राज्यपाल ने वीरांगना तीलू रौतेली की मूर्ति का अनावरण और कामकाजी महिलाओं के लिए 13 करोड़ 72 लाख रूपये की लागत से बने 96 कमरों वाले अत्याधुनिक वर्किंग वुमन हॉस्टल का भी उद्घाटन भी किया.

उत्तराखंड राज्य सरकार ने समाज में विशेष कार्य करने एवं एक उदाहरण प्रस्तुत करने वाली महिलाओं को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से साल 2003 में राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार की योजना प्रारम्भ की थी.

इस योजना के अन्तर्गत पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र के साथ ही 21 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है. इसके साथ ही राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली के नाम से प्रदान किया जाता है.

वहीं राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महिलाएं किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज उठाने में पीछे न हटे. साहसी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा व आदर्श हैं. ज्यादातर सामाजिक अपराधों के पीछे जागरूकता की कमी देखी जा सकती है. जागरूकता के अभाव में महिलाओं के साथ होने वाले बहुत से अपराध सामने ही नहीं आ पाते.

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महिलाओं का साथ देने के लिये पुरुषों को भी जागरूक और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए. साथ ही राज्यपाल ने बताया कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं. सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक, खेल-कूद और यहां तक कि अंतरिक्ष और रक्षा-विज्ञान के क्षेत्र में भी हमारी बेटियों ने बुलंदियों को छुआ है.

वहीं कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि आज का दिन बड़ा ही ऐतहासिक दिन है और आज तीलू रौतेली का जन्मदिवस है. इस दिन प्रदेश की उन महिलाओं और किशोरियों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने तीलू रौतेली की तरह साहसिक कार्य किया हो. उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है.

Intro:उत्तराखण्ड महिला सशक्तिकरण विभाग हर साल विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं और युवतियों को तीलू रौतेली महिला शक्ति पुरस्कार प्रदान करता है। उत्तराखण्ड की 18 महिलाओं को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें साहसिक कार्य, सामाजिक कार्य, खेल, कृषि, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति आदि क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाली महिलाएं और किशोरियां शामिल हैं। इसके साथ ही राज्यपाल ने वीरांगना तीलू रौतेली की मूर्ति का अनावरण और कामकाजी महिलाओ के लिए  तेरह करोड़ 72 लाख रूपये की लागत से बने 96 कमरों वाले अत्याधुनिक वर्किंग वुमन हाॅस्टल का भी उद्घाटन भी किया।  



Body:उत्तराखंड राज्य सरकार ने समाज में विशेष कार्य करने एवं समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत करने महिलाओं को उनके योगदान को मान्यता प्रदान करने एवं राज्य की महिलाओं को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से साल 2003 में राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार की योजना प्रारम्भ की गयी थी। और इस योजना के अन्तर्गत पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओ को प्रशस्ति पत्र, के साथ ही 21 हज़ार रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है। इसके साथ ही राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार, प्रत्येक वर्ष उत्तराखण्ड की वीरांगना तीलू रौतेली के नाम से प्रदान किया जाता है।


वही राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बताया कि महिलाएं किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज उठाने में पीछे न हटे। शाहसी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा व आदर्श हैं। ज्यादातर सामाजिक अपराधों के पीछे जागरूकता की कमी देखी जा सकती है। जागरूकता के अभाव में महिलाओं के साथ होने वाले बहुत से अपराध सामने ही नहीं आ पाते। महिलाओं का साथ देने के लिये पुरुषों को भी जागरूक और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए। साथ ही राज्यपाल ने बताया कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक, खेल-कूद और यहां तक कि अंतरिक्ष और रक्षा-विज्ञान के क्षेत्र में भी हमारी बेटियों ने बुलंदियों को छुआ है। बेटा-बेटी के बीच असमानता को दूर करने में जागरूकता और शिक्षा का प्रभावी उपयोग करना चाहिए। साथ ही अपनी बेटियों को शिक्षा के सारे अवसर उपलब्ध करा कर, हम उन्हें सही मायनों में मजबूत बना सकते हैं। शिक्षा के साथ ही आर्थिक स्वावलंबन जुड़ा हुआ है। शिक्षित महिलाओं के सामने रोजगार तथा स्वरोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होते है। 

बाइट - बेबी रानी मौर्य, राज्यपाल, उत्तराखण्ड

वही कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि आज का दिन बड़ा ही ऐतहासिक दिन है और आज तीलू रौतेली का जन्मदिवश है। और इस दिन प्रदेश के उन महिलाओ और किशोरियों को सम्मानित करते है जो तीलू रौतेली की तरह साहसिक कार्य किया हो। इसी क्रम में प्रदेश भर से साहसिक कार्य करने वाले 18 महिलाओ और किशोरियों को चुना गया है। साथ ही राजयमंत्री ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। और प्रदेश भर से 18 महिलाओं और किशोरियों को विभिन्न क्षेत्रों में तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदान किये गये हैं। इनमें साहसिक कार्य, सामाजिक कार्य, खेल, कृषि, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति आदि क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाली महिलाएं और किशोरियाँ शामिल हैं। 


बाइट - रेखा आर्य, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री, उत्तराखण्ड




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