देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून चरम पर है. जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है. ऐसे में बारिश और भूस्खलन के चलते प्रदेश की कई सड़कें बंद हैं. आपदा कंट्रोल रूम की मानें तो अभी भी राजमार्ग और ग्रामीण मार्गों को मिलाकर कुल 100 सड़कें बंद हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई जारी है.
राज्य आपदा कंट्रोल रूम के मुताबिक, 30 अगस्त शाम 6 बजे तक प्रदेश में 100 छोटे-बड़े मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने को लेकर मशीनरी जुटी हुई है. इनमें प्रदेश की बड़ी सड़कें यानी चारधाम और पहाड़ को जोड़ने वाली मुख्य राजमार्ग भी शामिल है. ऐसे में लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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जिलेवार सड़कों की स्थितिः पिथौरागढ़ जिले में 5 बॉर्डर रोड और 11 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. धारचूला के जुम्मा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है. घटना के बाद अबतक 5 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं.
उत्तरकाशी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 123 हरबर्टपुर, बड़कोट, जूड्डो नामक जगह पर अवरुद्ध था. जो खुल चुका है तो वहीं, इसके अलावा 2 ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने का काम जारी है.
देहरादून जिले में ऋषिकेश-देहरादून राज्य मार्ग रानीपोखरी पुल टूटने के कारण बंद है. राष्ट्रीय राजमार्ग- 123 हरबर्टपुर-बड़कोट अलग-अलग तीन जगहों पर अवरुद्ध है. इसके अलावा जिले में 1 मुख्य जिला मार्ग और 4 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए बंद हैं.
चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच- 58 गुलाब घाटी में भूस्खलन और मलबा आने के कारण बंद है तो वहीं इसके अलावा चमोली जिले में 19 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
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रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 107 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा के बीच यातायात के लिए बाधित है. पौड़ी जिले में 2 मुख्य जिला मार्ग और 15 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. जिन्हें खोलने की कार्रवाई लोक निर्माण विभाग की ओर से जारी है.
टिहरी जिले में ऋषिकेश से श्रीनगर-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच- 58 तोता घाटी के पास मलबा आने से बंद है. वैकल्पिक मार्ग ऋषिकेश-कोटद्वार-पौड़ी-श्रीनगर होते हुए उपलब्ध है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 आगराखाल खुल चुका है तो वहीं इसके अलावा जिले में 7 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हैं.
बागेश्वर जिले में 15 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने की कोशिश की जा रही है. जबकि, नैनीताल जिले में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध है. उधर, अल्मोड़ा जिले में 4 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं.
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उधम सिंह नगर के अंतर्गत कोई भी ग्रामीण मोटर मार्ग बंद नहीं है. चंपावत जिले में टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-09 स्वाला के पास भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद है. इसके अलावा जिले में 5 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है.