चंपावत/खटीमा: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. भारी बारिश से कई संपर्क मार्ग बाधित हैं. वहीं टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग (Tanakpur Champawat Highway Open) पर करीब 34 घंटे तक सैकड़ों वाहन फंसे थे. वहीं जिला प्रशासन (district administration Champawat) ने हाईवे पर यातायात सुचारू कर दिया है. जिसके बाद सभी वाहन अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए.
पिछले 34 घंटे से स्वाला में पहाड़ी से मलबा आने के कारण बंद पड़े टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग को वाहनों के लिए खोल दिया गया है. हालांकि पहाड़ी से मलबा अभी भी रुक रुक कर गिर रहा है. मार्ग खुलने के बाद फंसे हुए वाहनों को सावधानीपूर्वक निकाला जा रहा है. प्रशासन के द्वारा भारी मशक्कत के बाद सुबह 7:30 बजे राजमार्ग को यातायात के सुचारू किया गया. जेसीबी मशीनें अभी भी मलबा साफ करने में जुटी हुई हैं. इस राजमार्ग के बंद होने से चंपावत, लोहाघाट, पिथौरागढ़, धारचूला का संपर्क कट गया था. वहीं भूस्खलन के बाद 6 अगस्त की रात को स्वाला-अमोदी के पास मार्ग बंद हो गया था.
बता दें कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं, गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से मैदानी क्षेत्रों में लोगों को परेशानी में डाल दिया है. गंगा नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क कर दिया गया है. आज भी मौसम विभाग ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बहुत हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है.