चंपावतः जिले में एंबुलेंस में खराबी के कारण चार दिन के नवजात को समय पर इलाज नहीं मिल पाया. नतीजन, नवजात की मौत (neonatal death) हो गई. नवजात की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के लचर इंतजामों को दोषी मानते हुए जांच की मांग की है. वहीं, घटना के बाद खराब एंबुलेंस को ठीक कराने भेजा गया है.
घटना चंपावत के रीठा साहिब की है. जानकारी के मुताबिक, रीठा साहिब के चौड़ा मेहता निवासी चंद्रकला मेहता (Chandrakala Mehta) ने 4 दिन पूर्व नवजात को जन्म दिया. नवजात की रविवार दोपहर को अचानक तबीयत बिगड़ गई. नवजात के पिता प्रदीप मेहता के मुताबिक, नवजात का शरीर पीला पड़ गया था. नवजात को तुरंत रीठा साहिब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. प्रभारी चिकित्साधिकारी आकाश रावत ने प्राथमिक इलाज करने के बाद नवजात को हायर सेंटर रेफर किया. लेकिन फोन करने के बाद भी 108 एंबुलेंस नहीं पहुंची.
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इसके बाद परिजनों ने दो हजार रुपए में टैक्सी बुक कर नवजात को पाटी अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया. पार्टी अस्पताल की डॉक्टर मोनिका जोशी ने बताया कि शिशु ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था. शिशु का पूरा शरीर पीला होने से पीलिया के कारण मौत होना प्रतीत हो रहा है.
108 स्वास्थ्य सेवा के जिला चंपावत के प्रभारी कमल शर्मा ने बताया कि रीठा साहिब की आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा 108 की एंबुलेंस इंजन खराब होने के कारण भिंगराड़ा गांव में खड़ी है. इसे ठीक होने के लिए भेजा जा रहा है. इस एंबुलेंस के ठीक होने तक रीठा साहिब की कॉल को पाटी की एंबुलेंस के द्वारा पूरा किया जाएगा.