खटीमाः पड़ोसी देश नेपाल में 13 मई को निकाय व पंचायत चुनाव होने हैं. जिसके मद्देनजर उत्तराखंड में नेपाल को जोड़ने वाले सभी इंटरनेशनल पुल सील कर दिए गए हैं. इसी कड़ी में टनकपुर सीओ अविनाश वर्मा ने बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवाण के साथ भारत नेपाल सीमा पर पिलर नंबर सात का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने बॉर्डर में तैनात एसएसबी जवानों और अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए.
टनकपुर सीओ अविनाश वर्मा ने बनबसा पिलर नंबर सात के अलावा बनबसा बैराज, गड़ीगोठ, धुनुष पुल समेत सीमांत इलाकों का दौरा किया. उन्होंने पुलिस जवानों को सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इससे पहले नेपाल प्रशासन से वार्ता हुई थी. जिसके अनुपालन में 13 मई तक भारत नेपाल सीमा सील रहेंगे. इस दौरान सिर्फ उन्हीं लोगों को आवागमन की इजाजत दी जाएगी, जो कि प्रशासन से इजाजत लेकर भारत या नेपाल जाना चाहते हैं.
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सीओ अविनाश ने बताया कि भारत नेपाल बॉर्डर पर सामान्य आवागमन पूर्णतः बंद रहेगा. सीमा सुरक्षा के मद्देनजर उन्होंने सीमांत इलाकों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं. बनबसा नेपाल बॉर्डर को नेपाल में 13 मई को होने वाले चुनाव (panchayat election in nepal) के बाद शाम के 6 बजे के बाद ही खोला जाएगा.
उत्तराखंड में भारत नेपाल बॉर्डर पर 8 इंटरनेशन पुलः गौर हो कि उत्तराखंड में भारत नेपाल बॉर्डर पर 8 इंटरनेशनल पुल हैं, जो दोनों मुल्कों को आपस में जोड़ते हैं. इनमें सीतापुल, धारचूला, बलुआकोट, जौलजीवी, झूलाघाट, ढोडा और टनकपुर झूलापुल हैं. जबकि, बनबसा मोटरपुल है. दोनों मुल्कों को जोड़ने वाले सभी पुलों को खास मौकों पर बंद कर दिया जाता है.