चमोली: जोशीमठ विकासखंड स्थित उर्गम घाटी के गांवों को अब 'पर्यटन ग्राम' बनाने की कवायद तेज हो गई है. पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन को इन गांवों पर रिपोर्ट तैयार कर जल्द से जल्द पेश करने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद अब ग्रामीणों में खुशी की लहर है.
उर्गम घाटी में धार्मिक और साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिसको देखते हुए उर्गम घाटी पर्यटन विकास समिति द्वारा पर्यटन विभाग से इसे पर्यटन ग्राम बनाने की मांग की गई थी. जिस पर अब उत्तराखंड पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की ओर से चमोली जिला प्रशासन को कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने के आदेश दिये गये हैं.
स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह नेगी और अनूप सिंह नेगी का कहना है कि उर्गम घाटी के गांवों में पंचकेदारों में से एक केदार कल्पेश्वर महादेव और पंचबद्रियों में ध्यानबद्री का पौराणिक मंदिर स्थित है. वहीं क्षेत्र में वंशीनारायण और फ्यूलानारायण जैसे पौराणिक मंदिर भी हैं. साथ ही साहसिक खेलों के लिए भी कई संभावनाएं हैं.
जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे का कहना है कि पर्यटन सचिव की ओर से उर्गम घाटी में पर्यटन विकास के लिए कार्य योजना तैयार करने को लेकर पत्र भेजा गया है. जिसे लेकर जिले में राजस्व विभाग और पर्यटन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से रिपोर्ट तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि घाटी में पर्यटन की जरूरतों के अनुरूप विकास कार्य करवाए जा रहे हैं, जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.