चमोली: वैश्विक महामारी कोरोना का असर अब बदरीनाथ धाम की यात्रा पर भी पड़ रहा है. भगवान बदरीनाथ के अभिषेक में उपयोग होने वाले तिल का तेल का कलश गाडू घड़ा, जिससे भगवान बदरीनाथ को लेप लगाकर अभिषेक किया जाता है की तिथि अब बदल दी गई है. पहले यह तिथि 18 अप्रैल थी अब यह तिथि बदलकर 24 अप्रैल कर दी गयी है. यह गाडू घड़ा यात्रा 24 अप्रैल को राजदरबार नरेंद्रनगर टिहरी गढ़वाल से सादगी पूर्ण तरीके से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगी.
हक हकूकधारी केंद्रीय धार्मिक डिमरी पंचायत के सिर्फ 4 प्रतिनिधि 23अप्रैल को श्री बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के ऋषिकेश स्थित चंद्रभागा विश्राम गृह पहुंचेंगे. 24 अप्रैल को सुबह नरेंद्रनगर टिहरी राजदरबार में सुहागिन महिलाओं द्वारा भगवान बदरी विशाल के अभिषेक में प्रयुक्त होने वाले तिल का तेल निकाला जायेगा और 24 के शाम को ऋषिकेश पहुंचेगी. जिसके बाद यह गाडू घड़ा यात्रा 25 अप्रैल को डिम्मर गांव पहुंचेगी.
ये भी पढ़े: खुशखबरी: 15 अप्रैल से हो सकता है ट्रेनों का संचालन, घर जा सकते हैं लॉकडाउन में फंसे लोग
26 अप्रैल को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर में तेल कलश की पूजा अर्चना होगी. इसके बाद 27 अप्रैल को नृसिंह मन्दिर जोशीमठ, 28 अप्रैल को योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर होते हुए 29 अप्रैल को गाडू घड़ा बदरीनाथ धाम पहुंचेगा. 30 अप्रैल प्रातः 4 बजकर 30 मिनट पर भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.