चमोलीः भारत-चीन सीमा से लगी नीति घाटी स्थित मरखदुड़ा (तमक) के पास चट्टान टूटने से जोशीमठ-नीति बॉर्डर सड़क बाधित हो गई है. इसके अवाला पहाड़ी से गिरे बड़े-बड़े बोल्डरों के कारण बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे घाटी में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है. बीआरओ (Border Roads Organisation) द्वारा लगातार सड़क खोलने की कोशिश की जा रही है.
चमोली के भारत-चीन सीमा से लगी नीति घाटी स्थित मरखदुड़ा तमक के पास चट्टान टूटने से जोशीमठ-नीति बॉर्डर सड़क बुधवार शाम करीब 6 बजे बंद हो गई. बोल्डरों के कारण बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लिहाजा घाटी के कई गांव अंधेरे में डूब गए हैं.
जिससे घाटी के कई गांव के लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मार्ग बंद होने से आधा दर्जन से अधिक गांव के लोगों का संपर्क कट चुका है. हालांकि, बीआरओ सड़क खोलने की कार्रवाई में जुट गया है. वहीं पहाड़ी से चट्टानों का रुक-रुककर टूटने का सिलसिला जारी है. बीआरओ के लिए मार्ग खोलना चुनौती बन गया है.
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स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि जोशीमठ-नीती बॉर्डर सड़क पर तमक के पास लगातार चट्टान टूटने का सिलसिला जारी है. क्षेत्र को जोड़ने वाली विद्युत और संचार व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है. प्रशासन को भी इस संबंध में सूचना दे दी गई है. वहीं, प्रशासन का कहना है कि क्षेत्र में व्यवस्थाओं को सुचारू करने की कोशिश की जा रही है. मार्ग खोलने में 24 घंटे का समय लग सकता है.