चमोली: दशोली विकासखंड स्थित ठैली गांव सड़क होने के बावजूद भी इन दिनों इसकी सुविधा से महरूम है. यहां के लोगों को आये दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, बरसात के कारण मोटरमार्ग बंद होने से ग्रामीणों ने घायल व्यक्ति को कुर्सी से बनाई गई पालकी में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया.
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बता दें कि ग्रामीण लंबे समय से जगह-जगह मलबा आने से बंद चल रही सड़क को खुलवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हो गए हैं. गांव के लोगों के मुताबिक आए दिन घाटी में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, सड़क बंद होने से ग्रामीणों को सरकार की 108 एंबुलेंस योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है.
सोमवार तड़के ठैली गांव के 51 वर्षीय दिलवर सिंह के पांव पर मनरेगा में काम करते वक्त पत्थर से चोट लग गई. घाव से खून न रुकता देख ग्रामीणों ने आनन-फानन में कुर्सी की पालकी बना कर दिलबर सिंह को दुर्गम रास्तों को पार कर 4 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर अस्पताल पहुंचाया. वहीं क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह का दावा है कि वह क्षेत्र के विकास के लिए तत्परता से काम कर रही हैं और सड़कें बंद होने पर 50 जेसीबी मशीनों को एक साथ खड़ा कर सकती हैं.