चमोली: देवभूमि उत्तराखंड में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वहीं, बीती रात चमोली के देवाल विकासखंड के फल्दिया और पदमल्ला गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची. बादल फटने से 10 आवासीय मकान मलबे की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, इस घटना में फल्दिया गांव में मलबे में दबने मां-बेटी की मौत हो गई.
बता दें कि देवाल के फल्दिया गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है. यहां 10 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए है. जानकारी के मुताबिक, बादल फटने की घटना से पूर्व खाना खाने के बाद रमेश लाल का परिवार सोने की तैयारी कर रहा था. रमेश लाल और उनकी पत्नी एक कमरे में थे. जबकि रमेश लाल की 7 वर्षीय पुत्री अलग कमरे में सोई हुई थी. इतने में गांव के पास के नाले में बादल फटने से नाले का जलस्तर बढ़ने से रमेश लाल के घर के ऊपर से नाले का पानी बहने लगा. रमेश लाल और उनकी पत्नी जैसे ही बाहर नाले को देखने आए. इतने में मलबे के सैलाब ने रमेश लाल के आधे मकान को अपने आगोश में ले लिया.
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वहीं, कुछ समय बाद रमेश लाल की पत्नी पुष्पा देवी को अपनी 7 वर्षीय बेटी ज्योति का ख्याल आया तो वह घर की तरफ दौड़ पड़ी. इसी बीच सैलाब ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया. जिसमें मां और बेटी मलबे में जिंदा दफन हो गए. जबकि, एनडीआरएफ, एसडीआरफ के द्वारा मां-बेटी के शवों को तलाशा जा रहा है.