चमोली: गढ़वाल सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (MP Tirath singh rawat) ने मंगलवार को चमोली के जिला सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक ली. इस मौके पर सांसद ने केन्द्र पोषित योजनाओं को लेकर सभी अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता एवं समयबद्वता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए ताकि सभी लोगों को केंद्र पोषित योजनाओं का लाभ मिल सके. साथ ही सांसद ने अधिकारियों को समय-समय पर स्वयं क्षेत्रों में जाने के निर्देश दिए. वहीं, उन्होंने बीडीसी बैठकों में भी रोस्टर के हिसाब से करने के साथ अधिकारियों को बैठक में जाने के निर्देश दिए, जिससे समस्याओं का वहीं पर निस्तारण निस्तारण हो सके.
इस बैठक में सांसद तीरथ सिंह रावत ने सड़क से संबंधित विभागों को बंद सड़कें खोलने, विद्युत विभाग को बिजली के खराब पोल एवं झूलती तारों को शीघ्र ठीक करने और विद्युत से वंचित तोकों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण करने के निर्देश दिए. वहीं, मुख्य शिक्षा अधिकारी को तोरती व चाका के विद्यालय भवन का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को मनरेगा मजदूरी भुगतान समय पर करने को निर्देशित किया.
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वहीं, इस मौके पर सांसद ने स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध चिकित्सकों एवं संशाधनों की जानकारी भी ली. उन्होंने कहा कि मरीज को सारी दवाइयां, अन्य सुविधाएं मिले. जिससे उन्हें जिले से बाहर न जाना पडे़. बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा रखे गए सुझावों पर भी उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.
बैठक में देवाल के ब्लॉक प्रमुख डॉ. दर्शन दानू ने कहा कि बैठक में सांसद की तरफ से अधिकारियों को केंद्रपोषित योजनाओं को शीघ्र धरातल पर उतारने के निर्देश दिए हैं लेकिन कई अधिकारी शासन के द्वारा दिए गए आदेशों को नहीं मानते हैं. उन्होंने जिला विकास अधिकारी चमोली पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका जनप्रतिनिधियों को लेकर संवेदनहीन रवैया रहता है. उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों का ऐसा ही रवैया रहा तो वह जल्द बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे.