चमोली: आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा जोशीमठ पहुंचे. जोशीमठ पहुंचकर उन्होंने रोपवे के पास आ रही दरारों का निरक्षण किया. साथ ही आपदा सचिव ने शंकराचार्य मठ में आ रही दरारों व आसपास के घरों में दो दिनों के भीतर आई दरारों का भी निरक्षण किया. आपदा सचिव रणजीत सिन्हा ने कहा हैदराबाद से जियो फिजिकल के लिये एक टीम आई हैं, जो सभी दरारों का निरक्षण कर रही है.
इस दौरान आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा हमारी सभी टीमें यहां जांच के लिए पहुंची हैं. अब उनकी रिसर्च बताएगी कि जोशीम में हुए भू धंसाव का क्या कारण रहा. उन्होंने कहा रिसर्च औऱ अध्यन के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा हम लगाातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं कि क्या क्षेत्र में कोई नई दरारें हैं. दरारों में लगभग 1 मिमी की मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन हम उनकी निगरानी कर रहे हैं. हम एक पैटर्न भी ढूंढ रहे हैं ताकि भविष्य में कोई नुकसान न हो.
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प्रभावितों के लिए राहत पैकेज पर हो रहा काम:जोशीमठ में आपदा के बाद राज्य सरकार अपनी तरफ से करोड़ों रुपया जोशीमठ पीड़ितों के लिए जारी कर रही है. चाहे वो राहत और बचाव कार्य हो या फिर पीड़ितों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचाना. इतना ही नहीं जोशीमठ आपदा के लिए राज्य सरकार एक पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर रही है, ताकि केंद्र सरकार के आगे उसको रखा जा सके और जोशीमठ के लिए एक राहत पैकेज मांगा जा सके. उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार जोशीमठ की त्रासदी को देखते हुए पुष्कर सिंह धामी सरकार को राहत पैकेज जारी कर सकती है.
जोशीमठ में होटल माउंट व्यू और मलारी इन को ढहाने की कार्रवाई चौथे दिन भी जारी है. दो दिनों तक टीम ने होटल में रखीं सामग्री को क्रेन के सहारे जमीन पर उतारा गया. होटल मलारी और होटल माउंट व्यू इन बहुमंजिला इमारतें हैं. इन पर दरार आने के बाद प्रशासन ने इन्हें असुरक्षित घोषित कर दिया था. इसके बाद इन दोनों होटलों को गिराने का फैसला लिया गया है.