चमोली: डीजीपी अशोक कुमार आज भारत-चीन सीमा पर स्थित सीमांत मलारी गांव पहुंचे. यहां उन्होंने मलारी पुलिस चौकी का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. चौकी के निरीक्षण से पूर्व मलारी गांव पहुंचने पर स्थानीय निवासियों व महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों व वेषभूषा में नृत्य कर डीजीपी अशोक कुमार का स्वागत किया. इस दौरान डीजीपी के नृत्य प्रस्तुति पर महिलाओं को पुरस्कार से सम्मानित किया. डीजीपी अशोक कुमार ने सीमान्त गांव माणा की तर्ज पर इस क्षेत्र को विकसित करने पर जोर दिया.
निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने पुलिस अधीक्षक चमोली से पुलिस व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही उन्होंने चीन सीमा से घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील बताते हुए सुरक्षा की दृष्टि से मलारी चौकी को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने मलारी चौकी में अब नियमित रूप से पुलिस बल तैनात करने के लिए पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल को निर्देशित किया. डीजीपी अशोक कुमार ने ड्यूटी पर नियुक्त रहने वाले पुलिसकर्मियों को स्थानीय लोगों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने करने को कहा. साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों की हर संभव मदद करने व सभी प्रकार के संदिग्ध तथा अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियों पर कड़ी दृष्टि रखने के लिए भी निर्देशित किया. इससे पहले डीजीपी अशोक कुमार ने मालारी के पास ही पुलिस चौकी सुराईथोटा का भी निरीक्षण किया.
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पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और उपवा की अध्यक्ष अलकनन्दा अशोक ने मलारी चौकी परिसर में पौधारोपण किया. इस दौरान डीजीपी ने सीमा पर तैनात सेना एवं अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों और जवानों के साथ भी मुलाकात की. उन्होंने सीमा पर होने वाली गतिविधियों आदि की जानकारी भी ली. साथ ही विषम भौगोलिक परिस्थितियों में सीमा पर डटे जवानों का हौसला भी डीजीपी अशोक कुमार ने बढ़ाया.