चमोली: जिला वन विभाग अब ड्रोन कैमरे से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में शिकारियों पर पैनी नजर रखने जा रहा है. इसके लिए वन विभाग ने एक टीम का गठन कर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में ड्रोन कैमरे के साथ गश्त के लिए रवाना किया. गौरतलब है कि बर्फबारी की वजह से वन्य जीव निचले इलाकों में चले आते हैं, ऐसे में शिकारी इन दुर्लभ वन्य जीवों के शिकार की फिराक में रहते हैं. अब ऐसे शिकारियों पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जाएगी.
टीम द्वारा नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में फूलों की घाटी सहित अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त किया जाएगा. साथ ही जिन दुर्गम स्थानों पर जहां टीम नहीं पहुंच पाएगी, वहां पर ड्रोन कैमरे के जरिये शिकारियों पर नजर रखा जाएगा. दरअसल, चमोली के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद जंगली जानवर निचले इलाकों में आ रहे है. जिस कारण यह जंगली जानवर शिकारियों की नजर में हैं, लेकिन अब वन विभाग ने कर्मचारियों को पैदल गश्त के साथ ड्रोन कैमरा भी मुहैया करवाया है. जिससे पार्क परिसर में शिकारियों पर बारीकी से नजर रखी जायेगी.
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चमोली जिले में बेशकीमती वन संपदा मौजूद है. यहां के ऊंचाई वाले जंगलों में दुर्लभ कस्तूरी मृग, भालू, हिम तेंदुए सहित अन्य वन्य प्राणी बेरोक टोक विचरण करते हैं. यही कारण है कि शिकारियों के निशाने पर हमेशा यह वन्य प्राणी रहे हैं. शीतकाल के दौरान भारी बर्फबारी में जान बचाकर वन्य प्राणी हमेशा आबादी वाले क्षेत्रों के आस पास निचले स्थानों पर आ आते हैं और शिकारी इन्ही मौकों के इंतजार में रहते हैं. नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी धीरेश चन्द्र ने बताया कि ड्रोन कैमरों से निगरानी करने के बाद शिकारियों को ट्रैप करने में आसानी होगी.