चमोली/रुद्रप्रयाग/डोईवाला/उत्तरकाशी : प्रदेश में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हो रहा है. गढ़वाल मंडल में दो दिनों से चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी में जमकर बारिश हो रही है. ऐसे में लगातार बारिश के कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 07 गौचर से आगे कई स्थानों पर बंद हैं. वहीं, डॉटपुलिया में देर रात से बंद हाईवे अब वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. उधर, रुद्रप्रयाग और गौरीकुंड हाईवे पर भी भूस्खलन के चलते आवाजाही बाधित है. साथ ही यमुनोत्री हाईवे पर भी बड़ेथी के पास सड़क ढह जाने की सूचना है. जिसके राजमार्ग पर यातायात बाधित है.
बता दें कि बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कर्णप्रयाग- गौचर के बीच गलनाऊ के पास पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण अभी भी बाधित चल रहा है. साथ ही चमोली कस्बे के पास क्षेत्रपाल में भी बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध हैं. दोनों जगह पर एनएचआईडीसीएल के द्वारा मार्ग खोले जाने का कार्य जारी है. हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण मार्ग खोलने में कर्मचारियों को दिक्कतें पेश आ रही हैं. जबकि, हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं.
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उधर, रुद्रप्रयाग में रात से बारिश का दौर जारी है. ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी मलबा आने से बंद हो गया है. उत्तरकाशी में उत्तरकाशी में ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट का 20 मीटर हिस्सा बडे़थी के पास ढह गया है. जिससे कारण सड़क के नीचे एक आवासीय मकान को भी काफी नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि मकान में रह रहे लोगों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई.
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वहीं, चमोली में देर रात 2 बजे गौचर डॉटपुलिया के पास बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने के कारण मार्ग बंद हो गया था. जिसे सुबह 7 बजे आलवेदर सड़क का निर्माण कर रही एजेंसी के द्वारा वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया था. जबकि, गौचर और कर्णप्रयाग मार्ग पर गलनाऊ के पास भारी मात्रा में मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बाधित हो गया है. ऐसे में एंजेसी और विभाग के लोग सड़क से मलबा हटाने में जुटे हैं.
डोईवाला में भी खतरा: मंगलवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश से सौंग और सुसुआ नदी उफान पर हैं. वहीं, डोईवाला के दूधली क्षेत्र में तेज बहाव का पानी ग्रामीणों के घरों में घुस गया है. वहीं, सौंग और सुसुआ नदी के किनारे रहने वाले लोगों को खतरा सता रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर पानी बढ़ता है तो नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ सकता है. ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अभी कई दिन तेज बारिश के आसार हैं, जिससे सौंग और सुसुआ नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए खतरा मंडरा रहा है.
उत्तरकाशी में 48 आंतरिक सड़कें बंद: उत्तरकाशी में बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है. मूलभूत सुविधाएं बाधित होने के कारण जनपदवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के कारण कई आंतरिक सड़कें बन्द हैं, तो वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भी मलबा आने के कारण बन्द है. साथ ही अलर्ट को देखते हुए डीएम मयूर दीक्षित ने सभी विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. उसके बाद गंगोत्री हाईवे पर बीआरओ के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया.
उत्तरकाशी में भारी बरसात के कारण गंगोत्री हाईवे नेताला और हिना के बीच मे मलबा आने के कारण बंद हो गया है. साथ ही बन्दरकोट में भी गंगोत्री हाईवे करीब 4 घंटे बन्द रहा. जनपद में वर्तमान में 48 आंतरिक सड़कें बंद हैं.