चमोली: आगामी 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी, लेकिन यात्रा शुरू होने से पहले मौसम और चारधाम यात्रा मार्ग पर हो रहा भूस्खलन सरकार और प्रशासन की परीक्षा ले रहा है. सबसे ज्यादा चुनौती ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर देखने को मिल रही है. यहां लगातार भूस्खलन हो रहा है, जो यात्रा की तैयारियों में बांधा डाल रहा है. वहीं, इस तरह लगातार हो रहे भूस्खलन से प्रशासन की भी परेशानी बढ़ी हुई है. फिलहाल ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे चमोली में बाजपुर (चाडा) के पास पहाड़ी से भारी मात्रा बोल्डर और मलवा आने से बाधित है.
बाजपुर (चाडा) में रास्त बंद होने के कारण रूट को डायवर्ट किया गया है. चमोली पुलिस अभी बदरीनाथ और गोपेश्वर आने-जाने वाले वाहनों को सैकोट के रास्ते भेज रही है. वहीं, दूसरी तरफ चमोली में सुबह से ही बारिश जारी हैं, जिस कारण रास्त खोलने में ज्यादा दिक्कतें आ रही है.
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बता दें कि चारधाम यात्रा की तैयारियों के चलते बदरीनाथ हाईवे पर इन दिनों पहाड़ी की कटिंग का कार्य चल रहा है. कई स्थानों पर हाईवे जोखिम भरा बना हुआ हैं. पहाड़ियों को तोड़ने के लिए ब्लास्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे चट्टाने काफी कमजोर हो रही है. ऐसे में हल्की सी भी बारिश में पहाड़ दरक जा रहा है.
पुलिस-प्रशासन के लिए चिंता ये है कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. 27 अप्रैल को बदरीनाथ के कपाट खुलने से है, लेकिन उससे पहले बदरीनाथ हाईवे पर लगातार हो रहा भूस्खलन प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.