चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में बीते 7 फरवरी 2021 को ग्लेशियर टूट जाने के कारण काफी तबाही हुई थी. देशभर को इस घटना ने झकझोर कर रख दिया था. ग्लेशियर टूटने से प्लांट, बांध, पुलों को नुकसान पहुंचा था और सैकड़ों लोग बह गए थे. घटना में 200 से ज्यादा लोग मारे या लापता हो गए थे. लेकिन आपदा के एक साल से ज्यादा का समय होने के बाद भी आपदा के जख्म भरे नहीं हैं. आपदा के बाद से लगातार टनल के अंदर से शव मिलने का सिलसिला जारी है.
दरअसल, गुरुवार को एक और क्षत विक्षत शव तपोवन स्थित एनटीपीसी टनल के अंदर से मिला है. शव अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है. एनटीपीसी की कार्यदायी एजेंसी इंटेक टनल में मलबे की सफाई के दौरान मजदूरों को एक शव बरामद हुआ है.
जोशीमठ से एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी नवजोत कौर ने बताया कि मुख्य टनल से करीब 650 मीटर अंदर मलबे की सफाई के दौरान एक शव बरामद हुआ है. शव को कंपनी के कर्मचारियों और मजदूरों की मदद से बाहर निकाला गया. शव को एनटीपीसी के अस्थाई मोर्चरी में रखवाया गया है. मामले में स्थानीय पुलिस को सूचना दे दी गई है. एनटीपीसी से अभी तक 88 शव बरामद किए जा चुके हैं.
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चमोली में हुआ था बड़ा हादसा: उत्तराखंड के चमोली जिले (chamoli disaster) में सात फरवरी 2021 को जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से ऋषि गंगा और धौली गंगा नदी में सैलाब आ गया था. इस सैलाब में एनटीपीसी की निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना में काम कर रहे कई मजदूर लापता हो गए थे. साथ ही कई लोगों की मौत हो गई थी. कई लोग ऐसे भी जो लापता हैं. वहीं, सरकार लापता लोगों को मृत घोषिक कर चुकी है. साथ ही मुआवजा भी दिया जा चुका है.