चमोली: उत्तराखंड सरकार द्वारा केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत फरवरी माह में देहरादून से गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिये हवाई सेवा शुरू की गई थी. इसके लिये सरकार की ओर से हैरिटेज एविएशन से अनुबंध किया गया था. कंपनी की ओर से गौचर से देहरादून के लिये 4 हजार 120 रुपये किराया निर्धारित किया गया था. वहीं देश में उड़ान सेवा लागू करने वाला पहला राज्य बनने पर उत्तराखंड सरकार को प्रोएक्टिव पुरस्कार भी मिला था. लेकिन मार्च माह में लॉकडाउन के चलते सेवा को बंद कर दिया गया. अनलॉक के बाद बीती 31 जुलाई को पुनः सेवा का संचालन शुरू किया गया.
ज्यादा किराया और लंबा रूट बना बाधा
सरकार द्वारा पवन हंस कंपनी से अनुबंध किया गया. कंपनी की ओर से गौचर से देहरादून की आवाजाही के लिये गौचर, श्रीनगर, टिहरी होते हुए देहरादून का रूट निर्धारित किया गया. ऐसे में यात्री को किराये के रूप में 8,700 की धनराशि का भुगतान करना पड़ रहा है. स्थानीय लोग जहां दोगुने किराये के चलते हवाई सेवा का उपयोग नहीं कर रहे हैं, वहीं श्रीनगर और टिहरी होते हुए देहरादून जाना भी लोगों का रास नहीं आ रहा है.
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16 दिन में सिर्फ दो लोगों ने भरी उड़ान
पिछले 16 दिन में गौचर से देहरादून के लिए सिर्फ दो लोगों ने उड़ान भरी. इससे साफ पता चलता है कि सरकार की ये महत्वकांक्षी योजना सफल नहीं हो पा रही है. उड़ान सेवा के फेल होने का पहला बड़ा कारण किराया है तो वहीं रूट भी स्थानीय लोगों को रास नहीं आ रहा है.