थरालीः वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन का आज दसवां दिन हैं. जिसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. पहाड़ों में लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. काफी कम ही लोग आवश्यक कार्यों के लिए ही बाहर निकल रहे हैं. खासतौर महिलाएं अपने मवेशियों के लिए चारा पत्ती लेने के लिए बाहर निकल रही हैं. वहीं, ग्वालदम में बाहरी राज्यों से अपने घर लौटे करीब 38 लोग क्वॉरेंटाइन का पालन कर रहे है. हालांकि, कई लोगों का 14 दिन भी पूरा हो गया है. किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं.
लॉकडाउन के चलते थराली, देवाल, नारायणबगड़, ग्वालदम क्षेत्र के बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. आवश्यक सामानों के लिए दुकानें तो खुली हुई हैं, लेकिन लोग काफी कम संख्या में अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. वहीं, ग्वालदम क्षेत्र में लॉकडाउन के चलते लोग अपने-अपने घरों में रहकर ही कोरोना से अपना बचाव कर रहे हैं. ग्वालदम की सीमा बागेश्वर जिले से जुड़ी है. ऐसे में पुलिस इस सीमा पर मुस्तैदी से डटी है.
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वहीं, परमिशन होने पर ही आवाजाही केवल आवश्यक सेवाओं के लिए सुचारू की जा रही है. महिलाएं भी काफी कम संख्या में पशुओं के लिए चारा-पत्ती लेने के लिए बाहर निकल रही हैं. ग्वालदम के ग्राम प्रधान हीरा बोरा ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में 38 लोग बाहरी राज्यों से अपने घरों में लौटे हैं और वो सभी क्वॉरेंटाइन का पालन कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि अधिकांश लोगों को घर आए हुए 14 दिन पूरे हो चुके हैं. इसके बावजूद इन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे हैं. बाजार क्षेत्र में भी लोग सामाजिक दूरी बनाते हुए खरीददारी कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में इस वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए साफ-सफाई व केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है.