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फलदार पेड़ों पर आरियां चलाकर अवैध प्लॉटिंग कर रहे भू-माफिया, प्रशासन सो रहा चैन की नींद - देहरादून न्यूज

मल्हाल ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों भू माफिया बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं. भू-माफिया यहां नियमों को ताक पर रखकर कृषि भूमि में प्लॉटिंग कर रहे हैं. प्रशासन इस मामले में गंभीर नहीं हैं.

अवैध प्लॉटिंग
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Published : Jun 22, 2019, 8:42 AM IST

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भू-माफिया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला थाना पटेल नगर क्षेत्र के शिमला बाईपास रोड का है. जहां मल्हाल ग्रामीण क्षेत्र में भू-माफिया ने सैकड़ों आम के पेड़ों पर आरियां चलाकर कृषि भूमि में अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर रहे हैं. वहीं, प्रशासन इन लोगों पर कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है.

भू माफिया अवैध तरीके से कृषि भूमि को प्लॉटिंग में तब्दील कर रहे हैं.

सरेआम हरे-भरे फलदार आम के पेड़ों की इस तरह से कटाई होने के बावजूद वन व उद्यान विभाग गहरी नींद में सोया है. उधर, पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत आम जैसे फलदार पेड़ों की कटान पर पाबंदी के बावजूद इस तरह मामले लगातार सामने आने से सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

वहीं, देहरादून के कई ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लगातार फलदार पेड़ों पर आरियां चलाकर जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त करने वाले भू माफिया पर न तो वन विभाग कर रहा है और न ही संबंधित उद्यान विभाग. हालांकि, जानकारों की मानें तो स्थानीय पुलिस भी इस गोरखधंधे में भू माफिया के आगे नतमस्तक है.

देहरादून के शिमला बाईपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों बीघा निजी भूमि में हजारों की संख्या में आम के फलदार वृक्ष लगे हुए हैं, लेकिन जमीन के मलिकों द्वारा राजस्व विभाग की मिलीभगत से इन हरे भरे आम के बगीचों को विक्रय कर बड़ा गोरखधंधा चल रहा है.

इतना ही नहीं इसके आगे का बड़ा खेल भू माफिया द्वारा खेला जा रहा है. जहां सैकड़ों फलदार आम के पेड़ों को काटकर अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कंक्रीट के जंगल तैयार किये जा रहे हैं.

हैरानी की बात यह कि जहां सैकड़ों की संख्या में आम के फलदार पेड़ काटे जा रहे हैं. उससे मात्र 100 मीटर की दूरी पर वन विभाग की चौकी है. बावजूद इसके लगातार आम के पेड़ों की अवैध तरीके से कटाई कर प्लॉटिंग की जा रही है.

यह भी पढ़ेंः पलायन: खाली होते गांवों में बाहरी लोग जमा रहे डेरा, अपर जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

उधर, इस मामले को लेकर जब देहरादून के जिला वन अधिकारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि निजी भूमि पर आम के पेड़ काटने के साथ-साथ जंगल क्षेत्र में सागवान के पेड़ भी भारी मात्रा में अवैध तरीके से काटे जा रहे हैं. जिसके बारे में समय-समय पर उनके पास शिकायतें आ रही है. जिनपर वो विभागीय स्तर से कार्रवाई भी कर रहे हैं.

डीएफओ राजीव धीमान के मुताबिक, वन विभाग के अलावा भारी संख्या में पेड़ों की कटाई के लिए उद्यान विभाग भी अनुमति देता है. ऐसे में शिमला बायपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में भारी संख्या में आम के पेड़ों की कटाई के संबंध में शिकायत सामने आई है. जिस पर संज्ञान लेकर आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी.

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भू-माफिया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला थाना पटेल नगर क्षेत्र के शिमला बाईपास रोड का है. जहां मल्हाल ग्रामीण क्षेत्र में भू-माफिया ने सैकड़ों आम के पेड़ों पर आरियां चलाकर कृषि भूमि में अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर रहे हैं. वहीं, प्रशासन इन लोगों पर कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है.

भू माफिया अवैध तरीके से कृषि भूमि को प्लॉटिंग में तब्दील कर रहे हैं.

सरेआम हरे-भरे फलदार आम के पेड़ों की इस तरह से कटाई होने के बावजूद वन व उद्यान विभाग गहरी नींद में सोया है. उधर, पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत आम जैसे फलदार पेड़ों की कटान पर पाबंदी के बावजूद इस तरह मामले लगातार सामने आने से सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

वहीं, देहरादून के कई ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लगातार फलदार पेड़ों पर आरियां चलाकर जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त करने वाले भू माफिया पर न तो वन विभाग कर रहा है और न ही संबंधित उद्यान विभाग. हालांकि, जानकारों की मानें तो स्थानीय पुलिस भी इस गोरखधंधे में भू माफिया के आगे नतमस्तक है.

देहरादून के शिमला बाईपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों बीघा निजी भूमि में हजारों की संख्या में आम के फलदार वृक्ष लगे हुए हैं, लेकिन जमीन के मलिकों द्वारा राजस्व विभाग की मिलीभगत से इन हरे भरे आम के बगीचों को विक्रय कर बड़ा गोरखधंधा चल रहा है.

इतना ही नहीं इसके आगे का बड़ा खेल भू माफिया द्वारा खेला जा रहा है. जहां सैकड़ों फलदार आम के पेड़ों को काटकर अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कंक्रीट के जंगल तैयार किये जा रहे हैं.

हैरानी की बात यह कि जहां सैकड़ों की संख्या में आम के फलदार पेड़ काटे जा रहे हैं. उससे मात्र 100 मीटर की दूरी पर वन विभाग की चौकी है. बावजूद इसके लगातार आम के पेड़ों की अवैध तरीके से कटाई कर प्लॉटिंग की जा रही है.

यह भी पढ़ेंः पलायन: खाली होते गांवों में बाहरी लोग जमा रहे डेरा, अपर जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश

उधर, इस मामले को लेकर जब देहरादून के जिला वन अधिकारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि निजी भूमि पर आम के पेड़ काटने के साथ-साथ जंगल क्षेत्र में सागवान के पेड़ भी भारी मात्रा में अवैध तरीके से काटे जा रहे हैं. जिसके बारे में समय-समय पर उनके पास शिकायतें आ रही है. जिनपर वो विभागीय स्तर से कार्रवाई भी कर रहे हैं.

डीएफओ राजीव धीमान के मुताबिक, वन विभाग के अलावा भारी संख्या में पेड़ों की कटाई के लिए उद्यान विभाग भी अनुमति देता है. ऐसे में शिमला बायपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में भारी संख्या में आम के पेड़ों की कटाई के संबंध में शिकायत सामने आई है. जिस पर संज्ञान लेकर आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी.

Intro:summary_फलदार वृक्षों पर आरिया चला -भूमाफियां खड़े कर रहे कंक्रीट के जंगल,सरकार के सम्बंधित विभाग गहरी नींद में

देहरादून-उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भू माफियाओं का आतंक किस कदर अपने चरम पर है इसका ताजा उदाहरण एक बार फिर सामने आया है, थाना पटेल नगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शिमला बाईपास रोड़ स्थित मल्हाल ग्रामीण क्षेत्र पर
भूमाफियाओं द्वारा सैकड़ों फलदार वृक्ष आम पर आरिया चला.. कृषि भूमि में अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कंक्रीट के जंगलों को बसाने में जुटे हैं। सरेआम हरेभरे फलदार आम के पेड़ों की इस तरह से कटाई होने के बावजूद वन व उद्यान विभाग गहरी नींद में सोया है। उधर पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत आम जैसे फलदार वृक्षों की कटान पर पाबंदी के बावजूद इस तरह मामलें लगातार सामने आने से सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।


Body:उधर देहरादून के कई ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लगातार फलदार वृक्षों पर आरिया चलाकर जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त करने वाले भू माफियाओं का आतंक इस कदर चरम पर पहुंच गया है कि ना तो इस पर वन विभाग कुछ कर पा रहा है और ना ही संबंधित उद्यान विभाग इस मामले में किसी तरह की कोई ठोस कार्रवाई कर रहा है हालांकि जानकारों की मानें तो स्थानीय पुलिस भी इस गोरखधंधे में भू माफियाओं के आगे नतमस्तक है।


Conclusion:देहरादून के शिमला बाईपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों बीघा निजी भूमि में हजारों की संख्या में आम के फलदार वृक्ष लगे हुए हैं, लेकिन भूस्वामियों द्वारा राजस्व विभाग की मिलीभगत से इन हरे भरे आम के बगीचों को विक्रय कर बड़ा गोरखधंधा चल रहा है, इतना ही नहीं इसके आगे का बड़ा खेल भू माफियाओं द्वारा खेला जा रहा है जहां सैकड़ों फलदार आम के वृक्षों को काटकर अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कंक्रीट के जंगल तैयार किये जा रहे हैं।
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह कि पटेल नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में जहां सैकड़ों की संख्या में आम के फलदार वृक्ष कट रहे हैं उससे मात्र 100 मीटर की दूरी में वन विभाग की चौकी है इसके बावजूद लगातार आम के वृक्षों की अवैध तरीके से कटाई कर प्लॉटिंग की जा रही है।

उधर आम के हरे भरे फलदार वृक्षों काटने मामले को लेकर जब देहरादून के जिला वन अधिकारी से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि निजी भूमि पर आम के पेड़ काटने के साथ साथ जंगल क्षेत्र में सागवान के पेड़ भी भारी मात्रा में अवैध तरीके से काटे जा रहे हैं जिसके बारे में समय-समय पर उनके पास शिकायत आ रही है और वह अपनी ओर से आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं डीएफओ राजीव धीमान के अनुसार वन विभाग के अलावा भारी संख्या में पेड़ों की कटाई के लिए उद्यान विभाग भी परमिशन देता है ऐसे में शिमला बायपास रोड स्थित मल्हान ग्रामीण क्षेत्र में भारी संख्या में आम के पेड़ों की कटाई के संबंध में
शिकायत सामने आई है जिस पर संज्ञान लेकर आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी।

बाइट- राजीव धीमान, डीएफओ देहरादून




pls note_input_महोदय, यह किरण कांत शर्मा का मोजो मोबाइल हैं,जिसे मैं (परमजीत सिंह )इसे इस्तेमाल कर रहा हूं। मेरा मोजो मोबाइल खराब हो गया हैं, ऐसे मेरी स्टोरी इस मोजो से भेजी जा रही हैं.. ID 7200628
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