देहरादून: पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से टिहरी झील में सी-प्लेन संचालन की योजना जल्द धरातल पर उतरने जा रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और प्रदेश सरकार के बीच एमओयू साइन हो चुका है. वहीं, कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि सी- प्लेन से आम आदमी को कोई लाभ नहीं होगा बल्कि इससे अमीर लोगों को लाभ मिलेगा.
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि टिहरी डैम की अंतिम टनल 2006 में बंद होने के बाद झील ने अपना आकार लिया था. झील को बने हुए 13 साल पूरे हो चुके हैं. लेकिन अभी तक यहां पर पर्यटन गतिविधियां विधिवत रूप से संचालित नहीं हो पाई हैं. कोटी कॉलोनी के मात्र 10-20 युवाओं को छोड़कर वहां रोजगार के कोई अवसर सृजन नहीं हो पाए हैं. जो चिंता का विषय है.
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जोत सिंह ने कहा कि यदि पर्यटन की दृष्टि से इस झील को विकसित किया जाता तो निश्चित रूप से वहां 10,000 से अधिक लोगों को अब तक रोजगार मिल जाता. जोत सिंह ने कहा कि सी -प्लेन रोजगार सृजन का भले ही हिस्सा हो सकता है, लेकिन सी- प्लेन से आम आदमी को कोई सुविधा नहीं मिलेगी और इसमें आने वाले पर्यटकों की भी संख्या सीमित होगी. सी- प्लेन उन लोगों के लिए मुफीद होगा, जिनके पास बहुत भारी संसाधन और काफी पैसा खर्च करने की क्षमता होगी.