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तबीयत बिगड़ने पर दुष्कर्म पीड़िता को दून अस्पताल किया गया रेफर, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य पहुंचे गांव

कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है. इस दौरान आर्य ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी भी पीड़िता से मिलने दून मेडिकल कॉलेज पहुंची. वहीं मामले में पोक्सो एक्ट में तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक मामले में टाल मटोल कर रही पुलिस बैकफुट पर नजर आ रही है.

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Published : Jun 2, 2019, 9:06 PM IST

दुष्कर्म पीड़िता को किया गया दून रेफर.

मसूरी: टिहरी जिले की नैनबाग तहसील के एक गांव में 9 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है. रविवार को अचानक पीड़िता की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद दुष्कर्म पीड़िता को मसूरी-लंढौर कम्युनिटी अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता को मसूरी सिविल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया. पीड़िता की हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे दून मेडिकल कॉलेज की महिला विंग रेफर कर दिया गया.

दुष्कर्म पीड़िता को किया गया दून रेफर.

वहीं कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है. इस दौरान आर्य ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी भी पीड़िता से मिलने दून मेडिकल कॉलेज पहुंची. वहीं मामले में पोक्सो एक्ट में तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक मामले में टाल मटोल कर रही पुलिस बैकफुट पर नजर आ रही है.

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पीड़िता को दून रेफर करने से पहले डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता सदमे में होने के कारण काफी घबराई हुई है. इस दौरान दलित समुदाय के लोगों ने जमकर अस्पताल में हंगामा काटा. लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाये. लोगों ने कहा कि पुलिस पीड़िता और उसके परिजनों का उत्पीड़न कर रही है. सामाजिक कार्यकर्ता जबर सिंह वर्मा ने कहा कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़िता के परिजनों को परेशान कर रही है. उन्होंने पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से नरेंद्रनगर के सीओ उत्तम सिंह जिमिवाल पर मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने सीओ को तत्काल सस्पेंड कर दूसरे अधिकारी को जौनपुर क्षेत्र में एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे की जांच कराने की मांग की है. सामाजिक कार्यकर्ता ने जल्द मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

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वहीं एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता राजेश वर्मा ने कहा की मामले में किसी भी तरह की हिलाहवाली बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीओ नरेंद्रनगर मामले की गंभीरता से जांच नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीओ नरेंद्रनगर इससे पहले भी जितेंद्र दास हत्याकांड के मामले में ढिलाई बरत चुके हैं. उन्होंने कहा अगर 24 घंटे के भीतर सीओ को नहीं हटाया जाता है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

पढ़ें- 'निशंक' के केंद्रीय मंत्री बनने पर संत समाज में खुशी की लहर, कहा- अब होगा देवभूमि का विकास

वहीं मामले पर बोलते हुए धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास ने कहा कि मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने काम को पूरी जिम्मेदारी से कर रहे हैं. एसडीएम ने कहा अगर मामले में किसी प्रकार की कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

मसूरी: टिहरी जिले की नैनबाग तहसील के एक गांव में 9 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है. रविवार को अचानक पीड़िता की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद दुष्कर्म पीड़िता को मसूरी-लंढौर कम्युनिटी अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता को मसूरी सिविल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया. पीड़िता की हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे दून मेडिकल कॉलेज की महिला विंग रेफर कर दिया गया.

दुष्कर्म पीड़िता को किया गया दून रेफर.

वहीं कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है. इस दौरान आर्य ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी भी पीड़िता से मिलने दून मेडिकल कॉलेज पहुंची. वहीं मामले में पोक्सो एक्ट में तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक मामले में टाल मटोल कर रही पुलिस बैकफुट पर नजर आ रही है.

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पीड़िता को दून रेफर करने से पहले डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता सदमे में होने के कारण काफी घबराई हुई है. इस दौरान दलित समुदाय के लोगों ने जमकर अस्पताल में हंगामा काटा. लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाये. लोगों ने कहा कि पुलिस पीड़िता और उसके परिजनों का उत्पीड़न कर रही है. सामाजिक कार्यकर्ता जबर सिंह वर्मा ने कहा कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़िता के परिजनों को परेशान कर रही है. उन्होंने पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से नरेंद्रनगर के सीओ उत्तम सिंह जिमिवाल पर मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने सीओ को तत्काल सस्पेंड कर दूसरे अधिकारी को जौनपुर क्षेत्र में एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे की जांच कराने की मांग की है. सामाजिक कार्यकर्ता ने जल्द मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

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वहीं एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता राजेश वर्मा ने कहा की मामले में किसी भी तरह की हिलाहवाली बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीओ नरेंद्रनगर मामले की गंभीरता से जांच नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीओ नरेंद्रनगर इससे पहले भी जितेंद्र दास हत्याकांड के मामले में ढिलाई बरत चुके हैं. उन्होंने कहा अगर 24 घंटे के भीतर सीओ को नहीं हटाया जाता है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

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वहीं मामले पर बोलते हुए धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास ने कहा कि मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने काम को पूरी जिम्मेदारी से कर रहे हैं. एसडीएम ने कहा अगर मामले में किसी प्रकार की कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

VISUALS  BY MOZO 
दुश्कर्म की पीडिता 9 वर्षीय दलित युवती को मसूरी लाया गया
रिपोर्टर सुनील सोनकर     2.6.2019
एकंर वीओ0
मसूरी के पास टिहरी जनपद के नैनबाग तहसील के अंतर्गत सेंदूल गांव में 9 वर्षीय दलित युवती के साथ हुए दुष्कर्म के बाद युवती की अचानक स्वास्थ्य खराब होने से नैनबाग सामुदायिक चिकित्सालय से 108 एंबुलेंस के माध्यम से मसूरी लंढौर कम्युनिटी हास्पिटल लाया गया जहां पर डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे मसूरी सिविल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया बताया जा रहा है कि युवती की हालत काफी खराब है और उसके पेट में दर्द होने के साथ उसको चलने फिरने में खासी दिक्कतें हो रही है वही डाक्टरों ने बताया कि युवती काफी घबराई हुई है व भारी सदमे में है जिस वजह से उसको काफी परेशानी हो रही है वह उसको बुखार भी है फिलहाल युवती का इलाज मसूरी के सिविल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करने के बाद उसको देहरादून रैफर कर दिया गया है। वह अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। वही दलित समुदाय के लोगो द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर अस्पताल के बाहर जमकर बबाल काटा गया। उन्होने आरोप लगाया की पुलिस पीडिता और उसके परिजनों का उत्पीडन कर रही है जिससे वह केस को रफादफा करने के लिये मजबूर हो जाये।
सामाजिक कार्यकर्ता जबर सिंह वर्मा नें कहा कि पुलिस द्वारा मामले को हरा दफा करने के लिए युवती और उसके परिजनों को परेशान करने का काम कर रही है उन्होंने पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से सीओ नरेंद्र नगर उत्तम सिंह जिमिवाल दलित एसएसटी एक्ट के हर मामले में लीपापोती करने के साथ नाबालिक युवती से दुश्कर्म के मामले को रफादफा करने का आरोप लगाया है वही सीओ उत्तम सिंह जिमिवाल को तत्काल सस्पेंड कर दूसरे अधिकारी को जौनपुर क्षेत्र में एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे की जांच कराने की मांग की है वहीं मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
सामाजिक कार्यकर्ता जबर सिंह वर्मा ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को प्रताड़ित करने का काम कर रही है उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के समय युवती के कपड़ों को पुलिस द्वारा जब्त किया जाना था परंतु दुर्भाग्यवश पुलिस ने कौन से कपड़े जब्त किए हैं या उनको नहीं मालूम जब कि दुष्कर्म के समय जो युवती नेे कपड़े पहने हुए थे वह उसके धर पर है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र नगर द्वारा दलित युवती और उसके परिजनों को लगातार परेशान करने का काम किया जा रहा है उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा पीडिता को न्यायालय ले जाने के लिए पीड़ित युवती उसकी मां और आरोपी युवक को एक ही गाड़ी में ले जाया गया जबकि युवती का स्वास्थ्य काफी खराब था वह पीडिता आरोपी को अपने साथ देखकर काफी धबरा गई थी । उन्होंने कहा कि अगर पुलिस को 164 के बयान कराए जाने थे तो मजिस्ट्रेट को युवती के घर पर बुलाया जाना चाहिए
समाजिक कार्यकर्ता राजेष वर्मा ने कहा की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला  पुलिस द्वारा रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है जिसको बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि सीओ नरेंद्र नगर द्वारा मामले की गंभीरता से जांच नहीं कर रहे है वह पीडित परिवार को परेषान करने का काम किया जा रहा है व इससे पहले भी जितेंद्र दास हत्याकांड के मामले में भी उनके द्वारा ढिलाई बरती जा रही है उन्होंने कहा कि अगर 24 घंटे के भीतर सीओ नरेंद्र नगर को सस्पेंड कर उनको हटाया नहीं जाता है तो क्षेत्र की जनता मिलकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे वह भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होंगे।
धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास ने कहा कि मामले को गंभीरता से देख जा रहा है वह जंाच में किसी प्रकार की कोई ढिलाई नही बरती जा रही है उन्होने कहा कि सभी अधिकारी अपना काम जिम्मेदारी के साथ निभा रहे है और अगर किसी प्रकार की कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी वह पीडिता को सभी प्रकार कर स्वास्थ्य सुविधाये दी जा रही है।
बाईट धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास
बाईट समाजिक कार्यकर्ता जब्बर वर्मा
बाईट समाजिक कार्यकर्ता राजेष वर्मा
बाईट पीडिता की मां
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