बागेश्वरः मजियाखेत क्षेत्र में स्थानीय लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज हो गए हैं. यहां बीते 15 दिनों से पानी का एक बूंद भी नहीं टपका है. जिसे लेकर लोगों में भारी आक्रोश है. आज तो महिलाओं का सब्र का बांध टूट गया और सीधे सड़क पर आ धमकीं. इस दौरान महिलाओं ने सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन की भनक लगते ही एसडीएम और पुलिस मौके पर पहुंचे. जिसके बाद बमुश्किल जाम खुलवाया.
बता दें कि मजियाखेत क्षेत्र पहले ग्रामीण क्षेत्र में था. तब स्वैप मोड में बनी योजना का संचालन ग्राम समिति करती थी. बाद में क्षेत्र नगर पालिका में चला गया. इसके साथ ही योजना भी पालिका को हैंडओवर हो गई. हालांकि, क्षेत्र के लोग इसका विरोध करते रहे हैं. सभी समिति के पक्ष में थे, लेकिन अंत में योजना पालिका को चली गई. तब से पानी का संकट बना हुआ है.
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इधर, बीते 15 दिनों से पानी का संकट और गहरा गया है. गुरुवार को क्षेत्र के लोगों के सब्र का बांध टूट गया. सभी उपभोक्ता सड़क पर उतर आए और तहसील मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम लगते ही वाहनों की लंबी लाइन लग गई. जाम खोलने के लिए पुलिस पहुंची. इतना ही नहीं एसडीएम हरी गिरि भी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने उपभोक्ताओं से बात कर जाम खुलवाया.
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वहीं, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी का कहना है कि बीते दिनों हुई बारिश से मजियाखेत पेयजल योजना काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिस कारण क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई. पालिका की ओर से लगातार क्षतिग्रस्त पेयजल योजना की मरम्मत का काम किया जा रहा है. दो दिन बाद ही पेयजल आपूर्ति बहाल हो पाएगी. वहीं, उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील भी की है.