ETV Bharat / state

बागेश्वर: सड़क-पानी की मांग को लेकर DM कार्यालय पर ग्रामीणों का धरना, दी आंदोलन की चेतावनी - Bageshwar Garuda Development Block

बागेश्वर में बिनातोली-मजकोट मोटर मार्ग का निर्माण 17 साल बाद भी नहीं हो सका है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने रोष है. तो वहीं गरुड़ विकासखंड के पाटली गांव के लोगों ने जल जीवन मिशन के तहत पेयजल वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.

Bageshwar Latest News
Bageshwar Latest News
author img

By

Published : Apr 12, 2021, 4:14 PM IST

बागेश्वर: बिनातोली-मजकोट मोटर मार्ग का निर्माण 17 साल बाद भी नहीं हो सका है. कई बार विभाग के चक्कर काटने के बाद भी सड़क नहीं बनी तो मजकोट के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर जल्द सड़क निर्माण पूरा कराने की मांग की है. साथ ही कहा कि अगर जल्द ही समस्या का निदान नहीं किया गया तो 20 मई को कंधार-मजकोट मोटर मार्ग के घटगाड़ पुल पर धरना देकर आंदोलन शुरु करेंगे.

इस दौरान मजकोट के ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई ने बताया कि बिनातोली-कुंझाली-मजकोट से अगरकोट तक बनने वाले मोटर मार्ग को साल 2004 में प्रदेश सरकार से स्वीकृति मिली थी. 2011 में लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कार्य शुरू भी करा दिया था, लेकिन कुछ समय बाद सड़क निर्माण अधर में लटक गया. साल 2019 में मोटर मार्ग को पीएमजीएसवाई को हस्तां‌तरित किया गया. अक्तूबर 2019 में मोटर मार्ग के अपग्रेडेशन और डामरीकरण के लिए 931.51 लाख रुपये की धनराशि आवंटित हो गई थी, लेकिन विभाग और ठेकेदार के आपसी विवाद के चलते आज तक मोटर मार्ग निर्माण नहीं हो सका है.

मदन मोहन गुसाई ने बताया कि ग्रामीणों ने कई बार सड़क की मांग को लेकर विभाग और शासन-प्रशासन से गुहार लगाई गई लेकिन हर जगह से मामला कोर्ट में होने की बात कहकर ग्रामीणों को लौटा दिया गया. अब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट चुका है. अगर 15 मई तक सड़क निर्माण शुरु नहीं हुआ तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे.

पढ़ें- उत्तराखंड में जल्द शुरू होगी महालक्ष्मी सुरक्षा कवच योजना, ये है विशेषता

जल जीवन मिशन के तहत पेयजल वितरण में गड़बड़ी

उधर, गरुड़ विकास खंड के पाटली गांव के लोगों ने जल जीवन मिशन के तहत पेयजल वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया. जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर संयोजन और पानी वितरण में हो रही अनियमितताओं की जांच करने की मांग की है.

पाटली के ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के तहत कुछ घरों को 40 एमएम की पाइप से सीधे पानी दिया जा रहा है, जबकि कई स्थानों पर 15 मिमी की पाइप से 10 से 12 परिवारों को संयोजन ‌‌दिए गए हैं. कुछ घरों में पहले से ही संयोजन होने के बावजूद नया कनेक्शन जोड़ा गया है. गांव में किसी के पास दो से तीन कनेक्शन हैं, तो किसी के पास एक भी नहीं है. कई लोगों को जरूरत से अधिक पानी मिल रहा है, जिसका उपयोग वह अपने खेतों की सिंचाई में कर रहे हैं, जबकि कई लागों के पास पीने को भी पानी नहीं है.

गांव से पलायन कर चुके लोगों के वीरान घरों की पाइप लाइन को भी योजना से जोड़ दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि संयोजन में गड़बड़ी के कारण गांव की पेयजल व्यवस्था बिगड़ गई है. जिसको लेकर आए दिन लोगों में वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है. ग्रामीणों ने डीएम से पाइप लाइनों में लगे अनावश्यक फेरूल, टी को हटाने, पेयजल योजना की जांच कर सभी परिवारों को बराबर मात्रा में पानी उपलब्ध कराने की मांग की है.

बागेश्वर: बिनातोली-मजकोट मोटर मार्ग का निर्माण 17 साल बाद भी नहीं हो सका है. कई बार विभाग के चक्कर काटने के बाद भी सड़क नहीं बनी तो मजकोट के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर जल्द सड़क निर्माण पूरा कराने की मांग की है. साथ ही कहा कि अगर जल्द ही समस्या का निदान नहीं किया गया तो 20 मई को कंधार-मजकोट मोटर मार्ग के घटगाड़ पुल पर धरना देकर आंदोलन शुरु करेंगे.

इस दौरान मजकोट के ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई ने बताया कि बिनातोली-कुंझाली-मजकोट से अगरकोट तक बनने वाले मोटर मार्ग को साल 2004 में प्रदेश सरकार से स्वीकृति मिली थी. 2011 में लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कार्य शुरू भी करा दिया था, लेकिन कुछ समय बाद सड़क निर्माण अधर में लटक गया. साल 2019 में मोटर मार्ग को पीएमजीएसवाई को हस्तां‌तरित किया गया. अक्तूबर 2019 में मोटर मार्ग के अपग्रेडेशन और डामरीकरण के लिए 931.51 लाख रुपये की धनराशि आवंटित हो गई थी, लेकिन विभाग और ठेकेदार के आपसी विवाद के चलते आज तक मोटर मार्ग निर्माण नहीं हो सका है.

मदन मोहन गुसाई ने बताया कि ग्रामीणों ने कई बार सड़क की मांग को लेकर विभाग और शासन-प्रशासन से गुहार लगाई गई लेकिन हर जगह से मामला कोर्ट में होने की बात कहकर ग्रामीणों को लौटा दिया गया. अब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट चुका है. अगर 15 मई तक सड़क निर्माण शुरु नहीं हुआ तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे.

पढ़ें- उत्तराखंड में जल्द शुरू होगी महालक्ष्मी सुरक्षा कवच योजना, ये है विशेषता

जल जीवन मिशन के तहत पेयजल वितरण में गड़बड़ी

उधर, गरुड़ विकास खंड के पाटली गांव के लोगों ने जल जीवन मिशन के तहत पेयजल वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया. जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर संयोजन और पानी वितरण में हो रही अनियमितताओं की जांच करने की मांग की है.

पाटली के ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के तहत कुछ घरों को 40 एमएम की पाइप से सीधे पानी दिया जा रहा है, जबकि कई स्थानों पर 15 मिमी की पाइप से 10 से 12 परिवारों को संयोजन ‌‌दिए गए हैं. कुछ घरों में पहले से ही संयोजन होने के बावजूद नया कनेक्शन जोड़ा गया है. गांव में किसी के पास दो से तीन कनेक्शन हैं, तो किसी के पास एक भी नहीं है. कई लोगों को जरूरत से अधिक पानी मिल रहा है, जिसका उपयोग वह अपने खेतों की सिंचाई में कर रहे हैं, जबकि कई लागों के पास पीने को भी पानी नहीं है.

गांव से पलायन कर चुके लोगों के वीरान घरों की पाइप लाइन को भी योजना से जोड़ दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि संयोजन में गड़बड़ी के कारण गांव की पेयजल व्यवस्था बिगड़ गई है. जिसको लेकर आए दिन लोगों में वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है. ग्रामीणों ने डीएम से पाइप लाइनों में लगे अनावश्यक फेरूल, टी को हटाने, पेयजल योजना की जांच कर सभी परिवारों को बराबर मात्रा में पानी उपलब्ध कराने की मांग की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.