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बागेश्वर जिला अस्पताल में बदइंतजामी से मरीज परेशान, फर्श पर बैठने को मजबूर

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Published : Jun 3, 2022, 4:06 PM IST

बागेश्वर जिला अस्पताल में जिले के तीनों विकासखंडों के अलावा चमोली और पिथौरागढ़ के सीमावर्ती गांवों से भी मरीज जांच कराने आते हैं, लेकिन अस्पताल में बैठने के लिए पर्याप्त बैंच की सुविधा नहीं है. लिहाजा, मरीजों और तीमारदारों को मजबूर पर फर्श पर बैठने पड़ रहा है.

Bageshwar hospital seating arrangement
बागेश्वर जिला अस्पताल में बदइंतजामी

बागेश्वरः जिला अस्पताल बागेश्वर में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज कराने आते हैं. सुबह से लेकर दोपहर तक अस्पताल में काफी भीड़ रहती है. बाजवूद इसके मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त सुविधा मौजूद नहीं है. अस्पताल में बैंचों की कमी के कारण मरीजों को फर्श पर बैठना पड़ रहा है. लंबे समय से चली आ रही परेशानी को दूर करने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से भी ठोस इंतजामात नहीं किए जा रहे हैं.

बागेश्वर जिले के एकमात्र बड़े जिला अस्पताल पर बागेश्वर के तीनों विकास खंडों के अलावा चमोली और पिथौरागढ़ के सीमावर्ती गांवों से मरीज भी जांच कराने आते हैं. अस्पताल में मरीजों के बैठने के लिए गिनती भर ही बैंच लगे हैं. बमुश्किल 15 से 20 लोग इन बैंच की सुविधा का लाभ उठा पाते हैं. अधिकांश मरीजों को डॉक्टरों या जांच रिपोर्ट के इंतजार में फर्श पर बैठना पड़ता है.

बागेश्वर जिला अस्पताल में बदइंतजामी से मरीज परेशान.

ये भी पढ़ेंः बागेश्वर जनपद में विशेषज्ञ डॉक्टरों के भारी कमी, 41 में से 23 पद रिक्त

जिला अस्पताल में ऐसा हाल हर रोज देखने को मिलता है. भीड़ अधिक होने के कारण जांच कराने के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. बैंच कम होने के कारण दूर गांवों से आई अधिकांश ‌महिलाएं फर्श पर बैठकर ही अपनी बारी का इंतजार करते हैं. मरीजों और तीमारदारों का कहना है कि बैंच की सुविधा न होने की वजह से उन्हें फर्श पर ही बैठना पड़ रहा है. इस दौरान फर्श से इंफेक्शन का खतरा भी रहता है. उन्होंने अस्पताल में बैंच लगाने की मांग की है.

ये भी पढ़ेंः लेजर तकनीक से पथरी का ऑपरेशन, बागेश्वर जिला अस्पताल में पहुंची अत्याधुनिक मशीनें

वहीं, रेडक्रॉस के चेयरमैन संजय साह जगाती ने बताया कि जिला अस्पताल बागेश्वर (District Hospital Bageshwar) में इस परेशानी को दूर करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. अस्पताल में इस तरह की परेशानियों से मरीजों और तीमारदारों को काफी दिक्कतें होती है. मामले का मुख्य चिकित्साधिकारी सुनीता टम्टा (Bageshwar CM Officer Sunita Tamta) को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए.

जिला अस्पताल में बैंचों की कमी को दूर करने के लिए करीब 20 बैंच खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जिलाधिकारी इन दिनों अवकाश पर हैं. उनके आते ही अनुमोदन तैयार कर बैंच क्रय करने की कार्रवाई की जाएगी. - डॉ. सुनीता टम्टा, मुख्य चिकित्साधिकारी बागेश्वर

बागेश्वरः जिला अस्पताल बागेश्वर में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज कराने आते हैं. सुबह से लेकर दोपहर तक अस्पताल में काफी भीड़ रहती है. बाजवूद इसके मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त सुविधा मौजूद नहीं है. अस्पताल में बैंचों की कमी के कारण मरीजों को फर्श पर बैठना पड़ रहा है. लंबे समय से चली आ रही परेशानी को दूर करने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से भी ठोस इंतजामात नहीं किए जा रहे हैं.

बागेश्वर जिले के एकमात्र बड़े जिला अस्पताल पर बागेश्वर के तीनों विकास खंडों के अलावा चमोली और पिथौरागढ़ के सीमावर्ती गांवों से मरीज भी जांच कराने आते हैं. अस्पताल में मरीजों के बैठने के लिए गिनती भर ही बैंच लगे हैं. बमुश्किल 15 से 20 लोग इन बैंच की सुविधा का लाभ उठा पाते हैं. अधिकांश मरीजों को डॉक्टरों या जांच रिपोर्ट के इंतजार में फर्श पर बैठना पड़ता है.

बागेश्वर जिला अस्पताल में बदइंतजामी से मरीज परेशान.

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जिला अस्पताल में ऐसा हाल हर रोज देखने को मिलता है. भीड़ अधिक होने के कारण जांच कराने के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. बैंच कम होने के कारण दूर गांवों से आई अधिकांश ‌महिलाएं फर्श पर बैठकर ही अपनी बारी का इंतजार करते हैं. मरीजों और तीमारदारों का कहना है कि बैंच की सुविधा न होने की वजह से उन्हें फर्श पर ही बैठना पड़ रहा है. इस दौरान फर्श से इंफेक्शन का खतरा भी रहता है. उन्होंने अस्पताल में बैंच लगाने की मांग की है.

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वहीं, रेडक्रॉस के चेयरमैन संजय साह जगाती ने बताया कि जिला अस्पताल बागेश्वर (District Hospital Bageshwar) में इस परेशानी को दूर करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. अस्पताल में इस तरह की परेशानियों से मरीजों और तीमारदारों को काफी दिक्कतें होती है. मामले का मुख्य चिकित्साधिकारी सुनीता टम्टा (Bageshwar CM Officer Sunita Tamta) को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए.

जिला अस्पताल में बैंचों की कमी को दूर करने के लिए करीब 20 बैंच खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जिलाधिकारी इन दिनों अवकाश पर हैं. उनके आते ही अनुमोदन तैयार कर बैंच क्रय करने की कार्रवाई की जाएगी. - डॉ. सुनीता टम्टा, मुख्य चिकित्साधिकारी बागेश्वर

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