बागेश्वर: नगर पालिका ने कई सालों से कार्यरत 10 सफाई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अब नगर पालिका आउट सोर्सिंग के माध्यम से नये कर्मचारियों को नियुक्त करने का फैसला किया है. वहीं, पालिका के इस फैसले से सफाई कर्मियों में काफी रोष है.
बता दें कि नगर पालिका बागेश्वर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी अखिल भारतीय वाल्मीकि संगठन के कर्मचारी कई सालों से निभाते आ रहे हैं, लेकिन पालिका द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के 10 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. वहीं, नगर पालिका ने आउट सोर्सिंग के माध्यम से नये सफाई कर्मियों की नियुक्ति करने का फैसला लिया है.
पालिका के इस फैसले को लेकर अखिल भारतीय वाल्मीकि संगठन के अध्यक्ष सीएल भारती का कहना है कि नगर पालिका अब तानाशाही पर उतर आई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द निकाले गए कर्मचारियों को वापस काम पर नहीं रखा गया तो यूनियन से जुड़े सभी कर्मचारी कार्यबहिष्कार कर बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे. साथ ही इसकी पूरी जवाबदेही नगर पालिका और नगर प्रशासन की होगी.