बागेश्वरः कपकोट-बागेश्वर सड़क पर आरे गांव के पास बीती देर रात अचानक पहाड़ी से भूस्खलन हो गया. जिससे उत्तरायणी मेले में शिरकत कर लौट रहे राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा और पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण फंस गए. जहां वे भूस्खलन की चपेट में आने से बाल-बाल बचे. गनीमत ये रही कि किसी को चोट नहीं आई. वहीं, करीब 2 घंटे बाद यातायात सुचारू हो पाया. जिसके बाद वे अपने गंतव्य को रवाना हुए.
जानकारी के मुताबिक पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते बागेश्वर-कपकोट सड़क पर आरे के पास शुक्रवार देर रात भारी भूस्खलन हो गया. जिससे सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए और सड़क बंद हो गई. इस दौरान राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा और पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण शामा क्षेत्र में आयोजित उत्तरायणी मेले से शिरकत कर लौट रहे थे. तभी भूस्खलन हो गया. हालांकि, किसी को भी चोट नहीं पहुंची.
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वहीं, उन्होंने तत्काल भूस्खलन की सूचना आपदा कंट्रोल रूम को दी. जिसके बाद आपदा प्रबंधन, लोक निर्माण विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सड़क को खोला गया. इस दौरान शामा क्षेत्र में बाइक रपटने से घायल हुए एक युवक को सांसद ने कार्यकर्ताओं की मदद को दूसरी ओर पहुंचाया. जिसके बाद उसे अस्पताल भेजा गया.
रुद्रप्रयाग में मंत्री और विधायकों की बची थी जान
गौर हो कि बीते दिनों रुद्रप्रयाग जिले के बांसबाड़ा स्लाइडिंग जोन में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की इनोवा कार के ऊपर बोल्डर गिरे थे. इस दौरान कार में मंत्री धन सिंह रावत के साथ केदारनाथ विधायक मनोज रावत और रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी भी सवार थे. अचानक बोल्डर गिरने से सभी सकते में आ गए थे और गिरते बोल्डरों के बीच ही मंत्री और विधायक कार से निकलकर सेफ एरिया की तरफ भागे थे.