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कुमाऊं में बढ़ेंगी साहसिक पर्यटन की संभावनाएं, सरयू नदी में दी जा रही राफ्टिंग की ट्रेनिंग - rafting

कुमाऊं मंडल विकास निगम सरयू नदी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 30 युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है. इससे कुमाऊं में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं बढ़ेंगी.

केएमवीएन दे रहा राफ्टिंग प्रशिक्षण
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Published : Sep 27, 2019, 12:58 PM IST

बागेश्वर: पर्यटन विभाग की ओर से सरयू नदी में 6 दिवसीय राफ्टिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी एसएसएस पांगती ने किया. इस दौरान युवकों ने राफ्ट नियंत्रण करना सीखा. साथ ही पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 युवक और युवतियां हिस्सा ले रही हैं.

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी एसएसएस पांगती ने कहा कि बागेश्वर जिले में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं. यहां पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन बाइकिंग आदि डेस्टिनेशन खोजे गए हैं. सरयू नदी में राफ्टिंग की संभावनाएं हैं. धीरे-धीरे इस ओर कार्य किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साहसिक पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख साधन बनेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं. यहां पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन बाइकिंग आदि के डेस्टिनेशन खोजे गए हैं.

केएमवीएन दे रहा राफ्टिंग प्रशिक्षण

पढ़ें- एक हजार वोटरों के नाम सूची से गायब, हाई कोर्ट ने SDM को किया तलब

तो वहीं कुमाऊं मंडल विकास निगम के साहसिक खेल अधिकारी दिनेश गुरुरानी ने कहा कि कई लोग साहसिक पर्यटन से जुड़कर स्वरोजगार कर रहे हैं. पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर समेत कई जगहों पर साहसिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इन खेलों का उद्देश्य पर्यटकों को जोड़ना है, ताकि पर्यटक इन गतिविधियों में शामिल हो और यहां की आमदनी भी बढ़े.

तो वहीं राफ्टिंग प्रशिक्षण ले रहे युवाओं ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया और आस-पास सफाई की. प्रशिक्षकों ने युवाओं को पैडलिंग और हैंडलिग, तैराकी की जानकारी दी.

बागेश्वर: पर्यटन विभाग की ओर से सरयू नदी में 6 दिवसीय राफ्टिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी एसएसएस पांगती ने किया. इस दौरान युवकों ने राफ्ट नियंत्रण करना सीखा. साथ ही पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 युवक और युवतियां हिस्सा ले रही हैं.

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी एसएसएस पांगती ने कहा कि बागेश्वर जिले में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं. यहां पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन बाइकिंग आदि डेस्टिनेशन खोजे गए हैं. सरयू नदी में राफ्टिंग की संभावनाएं हैं. धीरे-धीरे इस ओर कार्य किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साहसिक पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख साधन बनेगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं. यहां पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, माउंटेन बाइकिंग आदि के डेस्टिनेशन खोजे गए हैं.

केएमवीएन दे रहा राफ्टिंग प्रशिक्षण

पढ़ें- एक हजार वोटरों के नाम सूची से गायब, हाई कोर्ट ने SDM को किया तलब

तो वहीं कुमाऊं मंडल विकास निगम के साहसिक खेल अधिकारी दिनेश गुरुरानी ने कहा कि कई लोग साहसिक पर्यटन से जुड़कर स्वरोजगार कर रहे हैं. पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर समेत कई जगहों पर साहसिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इन खेलों का उद्देश्य पर्यटकों को जोड़ना है, ताकि पर्यटक इन गतिविधियों में शामिल हो और यहां की आमदनी भी बढ़े.

तो वहीं राफ्टिंग प्रशिक्षण ले रहे युवाओं ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया और आस-पास सफाई की. प्रशिक्षकों ने युवाओं को पैडलिंग और हैंडलिग, तैराकी की जानकारी दी.

Intro:बागेश्वर।

एंकर— बागेश्वर के सरयू नदी की तेज लहरों में युवक-युवतियों का छह दिवसीय राफ्टिग प्रशिक्षण शुरू हुवा। प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बागेश्वर जिले में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। यहां पैराग्लाइडिग, राक क्लाइंबिग, माउंटेन बाइकिग आदि के डेस्टिनेशन खोजे गए हैं। प्रशिक्षण में 30 युवक और युवतियां भाग ले रही हैं।

वीओ— पर्यटन विभाग के माध्यम से संचालित कुमाऊं मंडल विकास निगम का अग्निकुंड के पास छ: दिवसीय राफ्टिग प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षणार्थियों ने राफ्ट को नियंत्रण करना सीखा। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि, सरयू नदी में राफ्टिग की संभावनाएं हैं। धीरे-धीरे इस ओर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साहसिक पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख साधन बनेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। यहां पैराग्लाइडिग, राक क्लाइंबिग, माउंटेन बाइकिग आदि के डेस्टिनेशन खोजे गए हैं।
कुमाउं मंडल विकास निगम के साहसिक खेल अधिकारी दिनेश गुरुरानी ने कहा कि कई लोग साहसिक पर्यटन से जुड़कर स्वरोजगार कर रहे हैं। पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर में कई जगहों पर साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य हो रहे हैं। इन खेलों का उद्देश्य पर्यटकों को जोड़ना है। ताकि पर्यटन इन गतिविधियों में शामिल हो और यहां की आमदनी भी बढ़े। आगे भी इस तरह के आयोजन जारी रहेंगे।
राफ्टिंग प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे प्रशिक्षणार्थियों ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया और आस-पास सफाई की। प्रशिक्षकों ने राफ्टरों को पैडलिंग और हैंडलिग, तैराकी की जानकारी दी।

बाईट—1— एसएसएस पांगती, मुख्य विकास अधिकारी, बागेश्वर।
बाईट—2— दिनेश गुरुरानी, साहसिक खेल अधिकारी।
बाईट—3— प्रशिक्षणार्थी।

एफवीओ— छह दिन के इस राफ्टिंग प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को नदियों की लहरों में सुरक्षित निकलना आदि की जानकारी दी जाएगी। यह आयोजन अग्निकुंड से बिलौना तक चलेगा।Body:वीओ— पर्यटन विभाग के माध्यम से संचालित कुमाऊं मंडल विकास निगम का अग्निकुंड के पास छ: दिवसीय राफ्टिग प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षणार्थियों ने राफ्ट को नियंत्रण करना सीखा। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि, सरयू नदी में राफ्टिग की संभावनाएं हैं। धीरे-धीरे इस ओर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साहसिक पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख साधन बनेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में साहसिक पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। यहां पैराग्लाइडिग, राक क्लाइंबिग, माउंटेन बाइकिग आदि के डेस्टिनेशन खोजे गए हैं।
कुमाउं मंडल विकास निगम के साहसिक खेल अधिकारी दिनेश गुरुरानी ने कहा कि कई लोग साहसिक पर्यटन से जुड़कर स्वरोजगार कर रहे हैं। पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर में कई जगहों पर साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य हो रहे हैं। इन खेलों का उद्देश्य पर्यटकों को जोड़ना है। ताकि पर्यटन इन गतिविधियों में शामिल हो और यहां की आमदनी भी बढ़े। आगे भी इस तरह के आयोजन जारी रहेंगे।
राफ्टिंग प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे प्रशिक्षणार्थियों ने पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया और आस-पास सफाई की। प्रशिक्षकों ने राफ्टरों को पैडलिंग और हैंडलिग, तैराकी की जानकारी दी।

बाईट—1— एसएसएस पांगती, मुख्य विकास अधिकारी, बागेश्वर।
बाईट—2— दिनेश गुरुरानी, साहसिक खेल अधिकारी।
बाईट—3— प्रशिक्षणार्थी।Conclusion:एफवीओ— छह दिन के इस राफ्टिंग प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को नदियों की लहरों में सुरक्षित निकलना आदि की जानकारी दी जाएगी। यह आयोजन अग्निकुंड से बिलौना तक चलेगा।
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